script

साबरमती रिवरफ्रंट पर किया श्रमदान

locationअहमदाबादPublished: Jun 16, 2019 10:28:12 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

अग्रवाल समाज ट्रस्ट व ऑटो चालक यूनियन के सदस्य जुड़े

sabarmati ashram

साबरमती रिवरफ्रंट पर किया श्रमदान

अहमदाबाद. कुएं, बावडी, और तालाब जैसे जलस्रोतों को बचाने के उद्देश्य से राजस्थान पत्रिका ने देशभर में अमृतं जलम् अभियान चलाया जा रहा है। रविवार को अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर भी अमृतं जलम् अभियान किया गया, जिसमें अग्रवाल समाज ट्रस्ट और अहमदाबाद रिक्शाचालक एकता यूनियन के सदस्यों ने श्रमदान किया।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जिन्होंने साबरमती आश्रम में कई वर्ष गुजारे थे उसी आश्रम के निकट साबरमती रिवरफ्रंट के नीचे नदी में साफ-सफाई की। प्लास्टिक और कूड़ा एकत्रित किया और साफ-सफाई कर स्वच्छता में योगदान दिया। इस अभियान में अग्रवाल समाज ट्रस्ट-साबरमती के महासचिव राजेश जैन, महिला इकाई की को-ऑर्डिनेटर टीना जैन, अहमदाबाद रिक्शा चालक एकता यूनियन के अध्यक्ष विजय मकवाणा, किशनभाई कोरी, हितेश परमार, हर्षदभाई परमार, चेहरभाई सोलंकी, अब्दुल सत्तार के अलावा मोहितसिंह, प्रभाकरसिंह, महेन्द्र कलाल और अजयभाई समेत कई लोगों ने श्रमदान किया।
घर से करें पानी का संरक्षण
टीना जैन ने कहा कि पानी बचत की घर और सोसायटी से करनी चाहिए। आमतौर पर देखा जाए तो सोसायटियों या कॉम्प्लेक्स में कभीकभार लोग या चौकीदार पानी का वॉल्व खोल देते हैं, लेकिन वॉल्व बंद करना भूल जाते हैं, जिससे पानी की टंकी छलने के बाद पानी व्यर्थ बहता रहता है। इसके प्रति हमेशा सजग रहना चाहिए ताकि पानी व्यर्थ नहीं हो।
प्लास्टिक की थैलियां नष्ट करें
रोजमर्रा की जिन्दगी में हम औसतन प्लास्टिक की पांच थैलियां और दस कप का इस्तेमाल करते हैं। हर कोई अपनी जिम्मेदारी ले और यह नियम बना ले कि वह उसे कूड़ेदान में डालेंगे और जला देंगे तो जो जलस्रोतों में प्लास्टिक दबा हुआ है उसे निकालकर नष्ट कर दें तो जलस्रोतों को बचा सकते हैं। आमतौर पर कई लोग ब्रश करते हुए नल खुला रखते हैं जिससे पानी व्यर्थ जाता है। ऐसे बहते पानी रोकना चाहिए। उन्होंने राजस्थान पत्रिका के अमृतं जलम अभियान की सराहना की।

ट्रेंडिंग वीडियो