गुजरात हाईकोर्ट की लोक अभियोजक एवं वरिष्ठ वकील मनीषा लव कुमार ने कहा कि महिलाओं को जरूरत है कि वे खुद पर विश्वास रखें, उनके साथ यदि बुरा हो तो उसके विरुद्ध हिम्मत के साथ आवाज उठाएं।
संयुक्त राष्ट्र में इमरजेंसी विशेषज्ञ जौली शाह ने कहा कि महिलाओं को समान हक देने के लिए अपने घर से शुरूआत करनी होगी। बेटे और बेटी को बिना भेद के पालना होगा।
एफएसएआई की वुमन सेफ्टी चेयरपर्सन वीना गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को खुद को मानसिक रूप से भी मजबूत रहने की जरूरत है। अनिच्छनीय घटना के प्रति आवाज उठाने की जरूरत है।