भाजपा सरकार की किसान विरोधी से किसान खस्ताहाल
अहमदाबादPublished: Apr 06, 2019 10:38:25 pm
कांग्रेस का आरोप: गुजरात में हररोज होती हैं 15 आत्महत्या, 45 दुर्घटनावश मौतें
भाजपा सरकार की किसान विरोधी से किसान खस्ताहाल
अहमदाबाद. सरकार किसानों की आत्महत्या के सही आंकड़ों को छिपा रही है। आत्महत्या को दुर्घटनावश मौत में तब्दील करने का सरकार षड्यंत्र करती है। विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों के सवालों के जवाब में भाजपा सरकार ने खुद ही स्वीकार किया है कि वर्ष 2013-14 से वर्ष 2017-18 में एक लाख 8 हजार 116 लोगों ने आत्महत्या की या दुर्घटनावश मौतें हुईं। जहां 27 हजार 357 लोगों ने आत्महत्या और 81260 लोगों की दुर्घटनावश मौतें सरकारी कागजों में दर्ज हैं। मतलब कि गुजरात में हर रोज 15 लोग आत्महत्या कर रहे हैं। जबकि 25 लोगों की दुर्घटनावश मौतें होती हैं। किसानों की आत्महत्या के मामले में गुजरात में ज्यादा हो रहे हैं। गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी ने यह आरोप लगाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीति के चलते ही किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। वे आत्महत्याएं कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने कृषि बजट घटाया है। किसान पानी की तंगी से जूझ रहा है। गुजरात में बिजली महंगी है। खाद महंगी है। बीज महंगा है। इससे किसानों को मजबूरन कर्ज लेना पड़ता है। ऐसी स्थिति में किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए। केन्द्र में यूपीए की डॉ. मनमोहनसिंह सरकार ने किसानों का 72 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया था। साथ ही पंजाब की कांग्रेस और कर्नाटक में कांग्रेस की गठबंधन सरकार ने सत्ता पर आते ही किसानों का कर्ज माफ किया।