ये होगी खासियत स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की
-सरदार की प्रतिमा के लोकार्पण का आमंत्रण देने डिप्टी सीएम पहुंचे मुंबई
ये होगी खासियत स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की
गांधीनगर. दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा-स्टेच्यू ऑफ यूनिटी विश्व स्तर का बेजोड़ पर्यटन स्थल बनेगा। यह प्रतिमा नर्मदा जिले में केवडिया स्थित सरदार सरोवर नर्मदा बांध के पास निर्मित हो रही है। इस स्थल के आस-पास देश के सभी राज्यों का राज्य भवन के निर्माण के लिए टोकन दर पर जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया गया है। इस स्थल पर सभी राज्यों के राज्य भवन की परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत का सपना साकार हो सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सरदार पटेल की प्रतिमा को देश को लोकार्पण करने के समारोह में आमंत्रण देने के लिए महाराष्ट्र के दौरे पर शनिवार को मुंबई पहुंचे गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने यह बातें कहीं।
राज्यपाल सी. विद्यासागर राव और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस को आमंत्रण देने पहुंचे नितिन ने कहा कि इस प्रतिमा के निर्माण के लिए 70 हजार टन सीमेन्ट, 500 टन लौह, 6 हजार टन स्ट्रक्चरल स्टील का उपयोग किया गया है। इसके लिए देश भर के किसानों की ओर से खेती में प्रयुक्त उपकरण एकत्र किया गया। इससे सरदार पटेल की स्मृति के साथ किसानों को भावनात्मक एकता से जोडऩे का एक प्रयास किया गया है।
उपमुख्यमंत्री के मुताबिक सरदार की प्रतिमा के स्थल पर 230 हेक्टेयर में 17 किलोमीटर इलाके में देश-विदेश के फूलों की घाटी (फ्लावर वैली), विभिन्न राज्यों के अतिथिभवन का भी निर्माण होगा। इस कारण यह स्मारक एक बेजोड़ पर्यटन स्थल बनेगा।
इस अवसर पर महाराष्ट्र में बसने वाले गुजराती लोगों व महाराष्ट्र के लोगों ने भी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। सीएम के प्रतिनिधिमंडल में नवसारी सांसद सी.आर. पाटिल, विधायक कनू देसाई, कनू परमार, ऋषिकेश पटेल व वित्त विभाग के सचिव मिलिंद तोरवणे भी शामिल थे।
इससे पहले गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश का दौरा कर चुका है। कृषि मंत्री आर. सी. फळदू की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल असम जाकर वहां राज्यपाल व मुख्यमंत्री को स्टेच्यू ऑफ लोकार्पण के आमंत्रण दे चुके हैं।