अंधड़, पानी और गिरे ओले
अहमदाबादPublished: Apr 18, 2019 04:45:47 pm
बिजली गिरने समेत हादसों सात के मरने की आशंका, चैत्र में ही सावन-भादौ से बिरसे मेघ
अहमदाबाद. अप्रेल में चिलचिलाती गर्मी होती है, लेकिन पिछले दो दिनों से मौसम इस कदर बदला कि मंगलवार को चैत्र में सावन-भादौ जैसा माहौल हो गया। गुजरात के सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात में कहीं ओले गिरे तो कहीं धूलभरी आंधी से साथ बारिश भी हुई। उधर, आंधी में बिजली के तार गिरने से बनासकांठा और अहमदाबाद के विरमगाम में तीन लोगों की मौत की खबरें सामने आईं। साथ ही कई इलाकों में पेड़ गिरने की भी घटनाएं सामने आई हैं। बारिश के चलते गेहूं समेत फसलों और आम के बागों में नुकसान होने की किसानों में चिंता है। हिम्मतनगर में प्रधानमंत्री की रैली होनी है, लेकिन आंधी में शामियाना उड़ गया। वहीं राजकोट में ललित कगथरा का शामियाना भी गिर गया। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ से मौसम में बदलाव के आसार जताया है।
अहमदाबाद में सुबह से बादल छाए रहे। दोपहर बाद धूलभरी आंधी चली और दोपहर ढलते ही बंूंदाबांदी शुरू हो गई। हलकी बारिश के चलते तापमान में खासी गिरावट आई है। मौसम ठंडा हो गया। राजकोट सहित सौराष्ट्र-कच्छ के ज्यादातर इलाकों में भी मौसम बदलाव नजर आया। धूलभरी आंधी चलीं। राजकोट के पडधरी, ध्रोल, लतीपर, सुरेन्द्रनगर, मोरबी और जोडिया तहसील में तेज हवाओं के साथ ओले गिरे। पडधरी के निकट एक खेत में पेड़ गिरने से एक महिला मंगूबेन की मौत हो गई। जबकि आठ से दस व्यक्तियों को हलकी चोटें आईं।
वहीं आणंद और खेड़ा में भी बादल छाए रहे, जिससे गर्मी से लोगों को खुद हद तक राहत मिली। बादल छाए रहने से किसानों को तंबाकू की फसल को नुकसान होने की चिंता है। आणंद के तापमान में दो डिग्री तक गिरावट आई।
वहीं हिम्मतनगर, प्रांतिज, तलोद और ईडर में हलकी बारिश हुई। हिम्मतनगर के बेरडा रोड पर शामियाना गिर गया, जहां बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा होनी है। राज्य के गृह मंत्री प्रदीपङ्क्षसंह जाड़ेजा भी मौके का जायजा लेने पहुंचे थे। वहीं हिम्मतनगर सब जेल में एक पेड़ गिर गया। साथ ही तेज हवाओं के चलते होर्डिंग्स-बैनर भी गिर गए।
मौसम में आए बदलाव से अरब सागर में तूफान जैसे हालात बने हैं। जामनगर सहित राज्य के समुद्र तटीय जिलों के मछुआरों को चार दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है। मौसम के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के चलते अरब सागर में तेज रफ्तार से हवाएं चल रही है। इसी वजह से जिला प्रशासन ने मछुआरों को चार दिन तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। मौसम में आए बदलाव की वजह से जामनगर, देवभूमि द्वारका के अलावा सौराष्ट्र में आसमान में बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने इस इलाकों में बेमौसमी बारिश की आगाही की है। तेज हवाओं के चलते वातावरण धूमिल हो गया है। वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है।वहां तापमान में गिरावट की वजह से जनता ने राहत की सांस ली है।