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Ahmedabad : बालिका के 90 डिग्री एंगल वाले कूबड़ का सफल ऑपरेशन

locationअहमदाबादPublished: Oct 20, 2021 10:27:42 pm

Submitted by:

Omprakash Sharma

अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में…
आठ से 10 लाख रुपए में होने वाली सर्जरी की निशुल्क

Ahmedabad : बालिका के 90 डिग्री एंगल वाले कूबड़ का सफल ऑपरेशन

Ahmedabad : बालिका के 90 डिग्री एंगल वाले कूबड़ का सफल ऑपरेशन

अहमदाबाद. एशिया के सबसे बड़े सिविल अस्पताल में 13 वर्षीय एक बालिका की रीढ़ की हड्डी का जटिल ऑपरेशन कर कूबड़ से मुक्ति दिला दी। कूबड़ के कारण रीढ़ की हड्डी 90 डिग्री एंगल में झुकी हुई थी। चिकित्सकों की टीम को इस ऑपरेशन में पांच घंटे से अधिक समय लगा। एक निजी अस्पताल में इस तरह का ऑपरेशन करने के लिए आठ से दस लाख रुपए का खर्च बताया था लेकिन सिविल अस्पताल में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत यह निशुल्क किया गया।
भावनगर जिले की तलाला तहसील के सारडी गांव निवासी 13 वर्षीय बालिका के रीढ़ की हड्डी में आठ वर्ष पहले डिर्फोमिटी (गंभीर खामी) पैदा होने लगी। धीरे-धीरे यह खामी बढ़ती गई और कूबड का रूप ले लिया। यह कूबड 90 डिग्री एंगल में चला गया। बालिका को चलने फिरने और कूबड़ से होने वाली परेशानी को ध्यान में रखकर माता-पिता ने स्थानीय अस्पतालों का संपर्क किया। दो तीन निजी अस्पतालों में भी इसका उपचार करवाने का प्रयास किया। जहां आठ से दस लाख रुपए का खर्च बताया। इस किसान परिवार को इतनी बड़ी राशि खर्च करना बूते के बाहर की बात थी। पिछले दिनों भावनगर सिविल अस्पताल से इस बालिका को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में रेफर किया गया। जहां ऑर्थोपेडिक विभाग के चिकित्सकों ने साढ़े पांच घंटे की मशक्कत से सफल ऑपरेशन किया। इस ऑपरेशन में रीढ़ की हड्डी में 18 से 20 स्क्रू लगाकर उसे सीधा किया गया।
सर्जरी की प्लानिंग थी चुनौती
सिविल अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉ. हिमांशु पंचाल ने बताया कि कूबड़ के कारण रीढ़ की हड्डी 90 एंगल में हो चुकी थी। इस तरह के ऑपरेशन के लिए प्लानिंग भी चुनौती थी। ऑपरेशन के दौरान रीढ़ की हड्डी को सामान्य रूप देने के लिए रोड रोटेशन टेक्निक का उपयोग किया गया। कमर से लेकर ऊपर तक रीढ़ की हड्डी में 20 स्क्रू लगाए गए। शरीर के बैलेंस को ठीक करने के लिए मसल्स कूबड़ को करेक्ट किया गया। हाल में बालिका की हालत में सुधार बताया गया है। इस ऑपरेशन में पांच से छह घंटे का समय लगा।
आरबीएसके योजना से 3400 बालकों का उपचार
सिविल अस्पताल में न सिर्फ गुजरात से बल्कि अन्य राज्यों से भी मरीज उपचार के लिए आते हैं। आरबीएसके योजना के अन्तर्गत पिछले पांच वर्ष में 3400 बच्चों का सफल उपचार किया गया। तलाजा की बालिका की ही तरह अन्य तीन बालिकाओं का भी कूबड़ संबंधित सफल ऑपरेशन किए गए।
डॉ. राकेश जोशी, चिकित्सा अधीक्षक सिविल अस्पताल
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