शिक्षक का अपहरण, 17 हजार लूटने के चार आरोपी रिमांड पर
वडोदरा. शहर के हरणी-वारसिया रिंग रोड पर गुरुकुल विद्यालय के शिक्षक का अपहरण कर 17 हजार रुपए लूटने के चार आरोपियों को न्यायालय ने शनिवार रात को एक दिन के रिमांड पर भेजा है।
सूत्रों के अनुसार कारेलीबाग में पानी की टंकी के समीप दीपिका सोसायटी निवासी व गुरुकुल विद्यालय में शिक्षक नीरज संजय पटेल (28 वर्ष) पिछले गुरुवार दोपहर में मकान में था, उस समय उसे फोन करके फतेपुरा चार रास्ता के समीप बुलाया गया। अपने स्कूटर से फतेपुरा चार रास्ता के समीप पहुंचने पर फोन करने वाले व राजु बारिया ने उसे स्कूटर के बीच बिठाकर अपहरण कर लिया। अन्य वाहन पर धर्मेंद्र व हितेश भी थे। चारों जने नीरज को बापोद में वुडा के मकान में ले गए।
वहां चारों जनों ने शिक्षक की कथित तौर पर लातों से पिटाई की। इसके बाद उसके पास से 17 हजार रुपए नकद लूट लिए और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उसे मुक्त कर चारों जने फरार हो गए। सिटी पुलिस थाने में मामला दर्ज करने के बाद पुलिसकर्मियों ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड की मांग के साथ शनिवार देर रात को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। वहां से चारों आरोपियों को एक दिन के रिमांड पर भेजा गया।
छात्रा ने शिक्षक के विरुद्ध दर्ज करवाया छेड़छाड़ का मामला
सूत्रों के अनुसार शिक्षक नीरज संजय पटेल के विरुद्ध एक छात्रा ने छेड़छाड़ का मामला तहसील पुलिस थाने में दर्ज करवाया है। शिकायत के अनुसार वर्ष 2014-16 के दौरान वेमाली के अंबे विद्यालय में अध्ययन के दौरान प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक विद्यालय में ही अंग्रेजी की ट्यूशन के दौरान एक दिन वह कक्षा में अकेली थी, उस समय शिक्षक संजय ने उसके पास पहुंचकर कथित तौर पर उसे पकड़ लिया और छेड़छाड़ की।
शिकायत के अनुसार उसके दोनों कंधे पकडक़र ब्लेक बोर्ड के समीप दबाकर अश्लील मांग की और शारीरिक संबंध आगे बढ़ाने के बारे में पूछताछ की। पुलिस थाने में शिकायत करने की धमकी देने पर वह वहां से रवाना हो गया। बहन को इस बारे में जानकारी देने पर उसने कक्षा से जल्दी बाहर निकलने की बात कही। इसके बाद उनके फोन नंबर शिक्षक के पास थे लेकिन फोन मामा के पास रहता था।
फोन छात्रा के पास होने की बात सोचकर शिक्षक वाट्सएप पर लगातार मैसेज करता था। इसी कारण मामा व मित्रों ने शिक्षक नीरज की पिटाई की। छात्रा की शिकायत के अनुसार वह 10वीं कक्षा में अध्ययनरत थी, तब विद्यालय से दाजिर्लिंग के टूर का आयोजन किया गया, वह भी टूर पर गई थी, उसके फोटो भेजने के बाद शिक्षक नीरज ने उसे मैसेज भेजना शुरू किया था।