कई सदस्यों ने कहा कि कोरोना के कारण लॉकडाउन के बाद से आश्रमशाला व छात्रालयों के बच्चे घर पर हैं। कोरोना के कारण किसी प्रकार का ग्रांट जारी न करने समझ में आता है लेकिन बिजली बिल, सफाई समेत अन्य जरूरी खर्च भी नहीं दिया जा रहा है। नवसारी वलसाड और डांग जिले में 172 छात्रालय हैं। गृहपति, गृहमाता तथा अन्य कर्मचारी 24 घंटे की जिम्मेदारी पर नौकरी करते हैं, लेकिन सरकार की ओर से न्यूनतम वेतन से भी कम वेतन दिया जा रहा है। इसे सुधारा जाना चाहिए।
आश्रमशाला व जर्जर छात्रालयों के मरम्मत समेत कई अन्य मांग सरकार से करने पर सहमति बनी। बारडोली, स्वराज आश्रम वेडछी, आदिवासी मंडल अजराई, ग्राम सेवा मंडल वांसदा, धरमपुर, नवसारी, डांग, व्यारा, तापी समेत अन्य जगहों के छात्रालय व आश्रमशाला संचालक मौजूद थे।