READ MORE: दिवाली के साथ ही उदयपुर में रोशन हुआ टूरिज्म, पर्यटकों की रौनक शहरभर में पटाखा दुकानों पर जो पटाखे बेचे जा रहे हैं, उनमें अधिकांश प्रतिबंधित पटाखे हैं। इसके बावजूद इनकी बिक्री मेड इन डंडिया के टैग से हो रही है। शहर में कई दुकानदार ऐसे पटाखे बेच रहे हैं। देश में पॉप-पॉप एंग्री बर्ड नाम का पटाखा बहुत पहले से ही प्रतिबंधित है, जो आज भी धड़ल्ले से बिक रहा है। कागज के बॉक्स में पैक इस पटाखे पर मेड इन इंडिया लिखा है। शहर के पटाखा बाजारों में कुछ व्यवसायी ऐसे पटाखे बेच रहे हैं। ऐसे पटाखे बड़ी पैकिंग में भारत में आते हैं। यहां इनके बॉक्स बनाकर मेड इन इंडिया की छाप के साथ छोटी पैकिंग में बाजार में भेज दिए जाते हैं।
READ MORE: इस डिजिटल युग में आखिर क्यों बना हुआ है बहियों का महत्व, दिवाली पर क्यों होता है पूजन.. लाइसेंसशुदा व्यवसायियों के पास नहीं पटाखा व्यवसायी लोकेश लालवानी ने बताया कि शहर के लंबे समय से लाइसेंस लेकर पटाखा व्यवसाय कर रहे व्यवसायी चाइना का और प्रतिबंधित माल नहीं बेचते हैं। एेसा माल बेचने और रखने वाले व्यवसायी या तो टेम्पररी लाइसेंस लेते हैं या फिर बिना लाइसेंस के पटाखे बेचते हैं।