हालांकि इस दौरान मंदिरों में पूजा-पाठ नियमित तौर पर जारी रहेगा। श्रद्धालु दर्शन रूबरू दर्शन नहीं कर सकेंगे, लेकिन वे ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से यूट्यूब, सोशल मीडिया के विविध ह्रश्वलेटफार्म के माध्यम से ऑनलाइन दर्शन कर सकें ऐसी व्यवस्था जारी रहेगी।
पावागढ़ स्थित मां काली के मंदिर को भी चैत्र नवरात्रि पर उमडऩे वाली हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ को मद्देनजर रखते हुए 12 से 28 अप्रेल तक बंद रखने का निर्णय किया गया है। यहां दर्शनार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बड़ी संख्या में लोग पदयात्रा कर नवरात्रि पर दर्शन को जाते हैं।
प्रभास पाटण. देश का प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ महादेव मंदिर रविवार से अन्य निर्णय होने तक श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए बंद रहेगा। सोमनाथ ट्रस्ट के अधीन अहिल्याबाई मंदिर, राम मंदिर, लक्ष्मीनारायण-गीता मंदिर, भालका मंदिर, भीड़भंजन मंदिर में भी दर्शनार्थियों के लिए दर्शन बंद रहेंगे। सोमनाथ ट्रस्ट के महा प्रबंधक विजयसिंह चावड़ा के अनुसार श्रद्धालुगण अब सोमनाथ ट्रस्ट की वेबसाइट पर पूजाविधि के लिए पंजीकरण करवा सकेंगे। स्वर्ण कलश चढ़ाने सहित पूजा भी ऑनलाइन करवा सकेंगे।
राजकोट. जेतपुर खोडलधाम ट्रस्ट- कागवड 30 अप्रेल तक बंद रखने का निर्णय किया गया है। परब, सताधार मंदिर, स्वामीनारायण गुरुकुल में दर्शन पर रोक लगा दी गई है। पोरबंदर के प्रसिद्ध हरिमंदिर और मोरबी के माटेलधाम, लाठी भुरखिया हनुमानजी मंदिर बी दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेंगे। जूनागढ़ जिले के मेंदरडा के समीप नागलनेस शिरोडाधाम माताजी का मंदिर भी बंद किया गया है। धोराजी तहसील में पाटणवाव स्थित ओराम डुंगर में होने वाला व चैत्र नवरात्र महोत्सव भी रद्द कर दिया गया है।