देश में शंकराचार्यों का नहीं रहा महत्व
अहमदाबादPublished: Jun 15, 2019 01:41:59 am
-आज नेता शंकराचार्यों को प्रचारक बनाने के लिए दबाव डालते हैं
देश में शंकराचार्यों का नहीं रहा महत्व
वडोदरा. जगन्नाथपुरी गोवर्धनपीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि सही मायने में देखा जाए तो देश में शंकराचार्यों का महत्व नहीं है। आज नेता शंकराचार्यों को प्रचारक बनाने के लिए दबाव डालते हैं। यदि कोई उनकी बात नहीं मानता है तो उसे ऐन-केन प्रकार से हैरान करने का प्रयास किया जाता है। सही मायनों में शंकराचार्यों को मार्गदर्शक के रूप में नहीं देखा जा रहा। लेकिन जो सरकारों की जी-हुजूरी करते हैं, ऐसे नकली शंकराचार्यों का बोलबाला है। आज शिक्षा क्लब कल्चर बन गई है, जो युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रही है। ऑपरेशन के बाद वे वडोदरा के सत्संगियों को सत्संग का लाभ दे रहे हैं। घुटने के ऑपरेशन के लिए पिछले काफी दिनों से वे वडोदरा में ही हैं और २६ जून तक यहीं रहेंगे। आधुनिक शिक्षा पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि अब शिक्षा व्यापार बन गई है। यह भारतीय संस्कृति के विरुद्ध है।