अहमदाबाद

कांच ही बांस के बहंगिया….छठ व्रतधारियों ने डूबते सूर्य को दिया अघ्र्य

– आज उगते हुए सूरज को देंगे अघ्र्य

अहमदाबादNov 13, 2018 / 11:20 pm

Uday Kumar Patel

कांच ही बांस के बहंगिया….छठ व्रतधारियों ने डूबते सूर्य को दिया अघ्र्य

अहमदाबाद/वडोदरा. बिहार, झारखंड व पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोकआस्था के छठ महापर्व के तीसरे दिन मंगलवार शाम को साबरमती नदी तट पर व्रतधारियों ने डूबते सूर्य को अघ्र्य दिया। एक तरफ हांसोल में इंदिरा ब्रिज के नीचे तो वहीं शाहीबाग में हनुमान कैम्प के पास दशामां मंदिर के पास तट पर नजारा कुछ अलग दिखाई दे रहा था।
छठ व्रतधारियों के परिजन कंदमूल फल, गन्ना, ठेकुआ और फलों से सजाए डाले को सिर पर उठाछठ मैया के गीत गाते घाट की ओर बढ़ रहे थे। कांच ही बांस के बहंगिया…, उग हे सूरज देव भेल भिनसरवा, अरघ के रे बेरवा हो…सोना साथे कोनिया हो दीनानाथ….जैसे गीतों के बीचऐसा लग रहा था मानो सूर्यदेव भी कुछ समय के लिए वहां ठहर गए हों। सभी छठ व्रतधारी पानी में खड़े होकर सूर्य के अस्त होने का इंतजार कर रहे थे। इसके बाद व्रतधारियों ने पूजा-अर्चना कर अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य दिया। कई व्रतधारी महिलाओं ने बताया कि वे अपने बच्चों, पति और परिजनों की दीर्घायु के लिए यह व्रत करते हैं। अब बुधवार को व्रतधारी उगते हुए सूर्य को अघ्र्य देंगे। छठ महापर्व समन्वय संघ के अध्यक्ष डॉ. महादेव झा और श्री छठ महापर्व सार्वजनिक ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेन्द्र झा की अगुआई में दोनों घाटों पर व्रतधारियों व श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही व्रतधारी लगातार 36 घंटे का निर्जला उपवास तोड़ेंगे और छठ पर्व का समापन हो जाएगा।

वडोदरा में भी छठ की छठा :

उधर, वडोदरा में महीसागर नदी तट, कपूराई तालाब, बापोद तालाब व कमलानगर तालाब पर भी छठ व्रतधारियों ने डूबते हुए सूर्य को अघ्र्य दिया। वडोदरा के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत, कलक्टर शालिनी अग्रवाल, बिहार सांस्कृतिक मंडल के अध्यक्ष व आईएएस अधिकारी डी एन पांडेय, हिंदी विकास मंच एवं पूर्वांचल लोकहित मंडल की ओर से घाटों पर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई।

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