बैंककर्मी बताकर और नकली नोट आने लगे हैं कहकर गिनने को लिए,नारणपुरा के बाद खाडिया में एक और घटना आई सामने, 3 आरोपी
अहमदाबाद. नारणपुरा के बाद खाडिया में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की
रायपुर शाखा में एक बुजुर्ग के पास से दो हजार रुपए की गड्डी से ७२ नोट (एक लाख १४ हजार रुपए) पार करने का मामला सामने आया है। तीन युवकों की ओर से इस वारदात को अंजाम दिया गया। तीनों ही ने बुजुर्ग को बैंक कर्मचारी के रूप में पहचान दी थी और दो हजार के नोट भी बाजार में नकली आने की बात कहते हुए जांचकर व गिनकर देने को कहा। वापस गड्डी दी तो उसमें से ७२ नोट गायब थे।
रायपुर नाईवाडा निवासी जयंतीलाल जोशी (६८) के साथ यह घटना आठ मार्च की दोपहर को बैंक में हुई थी। उस समय शिकायत देने पर खाडिया पुलिस ने शनिवार की देर रात २४ मार्च को प्राथमिकी दर्ज की है।
शिकायत में जयंतीलाल ने कहा कि आठ मार्च को उन्होंने सुबह के समय बैंक में फिक्स डिपोजिट तुड़वाई। पांच लाख ७० हजार रुपए की डिपोजिट तुड़वाने पर सौ-सौ रुपए की गड्डिय़ां बैंक की ओर से दी जा रही थीं, जिससे उन्होंने नहीं ली। बड़ी नोट कुछ समय बाद आने का बैंककर्मियों ने आश्वासन दिया जिससे वह घर आ गए। दोपहर को फोन आने पर बैंक पहुंचे तो बैंक से से दो हजार के दो, पांच सौ के दो और एक सौ रुपए के सात बंडल मिलाकर पांच लाख ७० हजार रुपए दिए गए। इन नोट को लेकर जयंतीभाई बैंक के सोफे पर बैठकर नोट गिन रहे थे। इसी दौरान एक युवक पास में आकर बैठा। सामने दो और व्यक्ति खड़े थे। तीनों ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताते हुए कहा कि दो हजार के नोट भी नकली आने लगे हैं। बैंककर्मचारी बताने से जयंतीलाल को विश्वास हुआ, जिससे उन्होंने उन्हें दो हजार की दोनों गड्डी गिनने व जांचने के लिए दी। उन्होंने गड्डी लेकर जांचने के बाद वापस दी, फिर नोट गिनने पर उसमें से ७२ नोट कम मिले। कैशियर से गिनवाने पर भी गड्डी से ७२ नोट कम निकले। जिससे इन तीन ३०-३५ साल के युवकों ने गड्डी को जांचने व गिनने के दौरान उसमें से दो हजार के ७२ नोट निकालकर विश्वासघात व ठगी की है।