अहमदाबाद रेलवे स्टेशन से मंगलवार रात ट्रेन संख्या 09202 गुजरात एक्सप्रेस ट्रेन मुंबई के लिए रवाना हुई थी। जब इस ट्रेन में टीटीई नरेन्द्र मक्कड़ यात्रियों की टिकट जांच रहे थे तभी उन्होंने एक किशोरी को देखा जो बगैर टिकट उस ट्रेन में सफर कर रही थी। टीटीई मक्कड़ को पूछताछ में उस किशोरी ने बताया अपने घर में बताए बगैर ही मुंबई जा रही थी। बाद में रात करीब डेढ़ बजे किशोरी को वडोदरा रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ – महिला कांस्टेबल को सौंप दिया। बाद में आरपीएफ ने किशोरी के परिजनों से संपर्क किया और उन्हें वडोदरा बुलाकर किशोरी को उनके परिजनों को सौंप दिया। यह किशोरी अहमदाबाद की रहने वाली बताई गई।
आमतौर पर माता-पिता या परिजनों को नाराज होकर घर से भागने के किस्से सामने आते हैं। कई किशोर-किशोरियां या बालक रेलव स्टेशन पर या ट्रेनों में सफर करते पकड़े जाते हैं। जिन बच्चों को माता-पिता संपर्क हो जाता है आरपीएफ उनके अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें परिजनों को सौंप देती है। जिनके परिजनों से संपर्क नहीं पाता उन्हें चाइल्ड लाइन को सौंप दिया जाता है।