जानकारी के अनुसार तारापुर के अस्पताल के समीप सरवर सोसायटी में रहने वाली परवीनबानु मलेक अपनी दो संतानों रिजवान (7) और असद (10) के साथ रहती है। बच्चों के स्कूल की छुट्टियों की वजह से वह एक सप्ताह पहले अपने दोनों पुत्रों के साथ मायके खंभात तहसील के राजल गई थी। मायके में रहने के बाद वह अपने पिता महमूद मलेक के साथ वापस ससुराल आ रही थी। रालज गांव से रिक्शा में वह खंभात आई। इसके बाद पिता और दो पुत्रों के साथ खंभात के तीन बत्ती से तारापुर आने के लिए शटल रिक्शे में सवार हुई। इस रिक्शे में अन्य यात्री भी
सवार हुए। तारपुर जाने के दौरान जब रिक्शा गरनाल पार कर नहर के समीप पहुंची, इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार को सामने से आते देख रिक्शा चालक ने संतुलन की कोशिश की, लेकिन रिक्शा बेकाबू होकर सड़क से नीचे उतर कर पलट गई। हादसे में पिता महमूद को गंभीर चोट लगी।
इसके अलावा सहयात्री उंटवाडा गांव के चंदु सोलंकी को भी गंभीर चोटी लगी। घटना में परवीनबानू और उसके पुत्र रिजवान को भी चोट लगी। सभी को अस्पताल ले जाया गया। यहां महमूद मलेक का आनंद के निजी अस्पताल और यात्री चंदु सोलंकी की वडोदरा के गोत्री अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने परवीनबानू मलेक की शिकायत पर रिक्शा चालक के विरुद्ध शिकायत दर्ज की है।
इसके अलावा सहयात्री उंटवाडा गांव के चंदु सोलंकी को भी गंभीर चोटी लगी। घटना में परवीनबानू और उसके पुत्र रिजवान को भी चोट लगी। सभी को अस्पताल ले जाया गया। यहां महमूद मलेक का आनंद के निजी अस्पताल और यात्री चंदु सोलंकी की वडोदरा के गोत्री अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने परवीनबानू मलेक की शिकायत पर रिक्शा चालक के विरुद्ध शिकायत दर्ज की है।