एक वर्ष में चार बार सांकेतिक भाषा में पूछताछ
भरुच जिला आईईडीएसएस के कॉ-ऑर्डिनेटर तृष्णा शाह ने कहा कि दोनों युवतियों से पिछले एक वर्ष में ४ बार सांकेतिक भाषा में पूछताछ की गई है। निशा को मुस्लिम माना जा रहा है, जो नॉनवेज खाने की इच्छा रखती है, जबकि काजल को हिन्दू माना जा रहा है। लेकिन दोनों किस गांव की हैं, यह नहीं जान सके।
काजल ने पति की प्रताडऩा से घर छोड़ा!
निशा ने जो चित्र बनाया है, उससे लगता है कि वह किसी ऐसे गांव में रहती है, जहां से रेलवे लाइन गुजरती है, लेकिन गांव का नाम जानने को नहीं मिला है। दूसरी ओर, काजल ने पति की प्रताडऩा से घर छोड़ा हो, ऐसा लग रहा है।