तालाब डूबने से तीन बालिकाओं की मौत, दो सगी बहनें शामिल
राजकोट. अमरेली तहसील की जाफराबाद तहसील के बलाणा गांव में तालाब में डूबने से दो सगी बहनों सहित तीन बालिकाओं की मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार बलाण गांव निवासी दीपिका मोहन परमार (12 वर्ष), छोटी बहन नानी मोहन परमार (10 वर्ष) व पड़ोसी मंजुला लाखा बांभणिया (10 वर्ष) व छोटी बहन दया लाखा बांभणिया सहित चार बालिकाएं गांव के तालाब पर कपड़े धोने गईं।
कपड़े धोने के बाद दया तो तालाब किनारे बैठी रही, शेष तीनों बहनें तालाब में नहाने उतरीं। गहरे पानी में डूबने के कारण किनारे बैठी दया ने वहां से जा रहे मालधारियों को सूचित किया। उनकी सूचना पर सरपंच छगन सोलंकी सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे।
इस दौरान बलाण गांव में चल रहे सेवा सेतु कार्यक्रम में पता लगने पर तहसीलदार एम.एम. चौहाण भी मौके पर पहुंचे। तीनों बालिकाओं को तालाब से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, तब तक तीनों बालिकाओं की मौत हो गई। तीनों बालिकाओं को तालाब से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, तब तक तीनों बालिकाओं की मौत हो गई।
राजकोट. अमरेली तहसील की जाफराबाद तहसील के बलाणा गांव में तालाब में डूबने से दो सगी बहनों सहित तीन बालिकाओं की मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार बलाण गांव निवासी दीपिका मोहन परमार (12 वर्ष), छोटी बहन नानी मोहन परमार (10 वर्ष) व पड़ोसी मंजुला लाखा बांभणिया (10 वर्ष) व छोटी बहन दया लाखा बांभणिया सहित चार बालिकाएं गांव के तालाब पर कपड़े धोने गईं।
कपड़े धोने के बाद दया तो तालाब किनारे बैठी रही, शेष तीनों बहनें तालाब में नहाने उतरीं। गहरे पानी में डूबने के कारण किनारे बैठी दया ने वहां से जा रहे मालधारियों को सूचित किया। उनकी सूचना पर सरपंच छगन सोलंकी सहित अन्य लोग मौके पर पहुंचे।
इस दौरान बलाण गांव में चल रहे सेवा सेतु कार्यक्रम में पता लगने पर तहसीलदार एम.एम. चौहाण भी मौके पर पहुंचे। तीनों बालिकाओं को तालाब से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, तब तक तीनों बालिकाओं की मौत हो गई। तीनों बालिकाओं को तालाब से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, तब तक तीनों बालिकाओं की मौत हो गई।