ओडेसा नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले राजकोट के हर्ष सोनी का कहना है कि वे युद्ध आरंभ होने के चलते सभी फ्लाइट रद्द हो गई है जबकि उन्होंने फ्लाइट बुक कराई थी। ऐसे में कई लोग यहां पर फंसे हैं। वे जल्द से जल्द भारत वापस लौटना चाहते हैं।
यूक्रेन के बोकोवेनिया यूनिवसिर्टी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं राजकोट जिले के गोंडल मूल की छात्रा देवांशी दाफड़ा ने बताया कि उनका शहर तो फिलहाल सुरक्षित है लेकिन लोग डरे हुए हैं। एटीएम बंद हो गए हैं। आस-पास के शहरों में स्थिति ज्यादा खराब है। वे जल्द इंडिया वापस आना चाहती हैं। पिछले कुछ दिनों से उनके अपने परिजनों से लगातार बात हो रही है लेकिन अब युद्ध के बाद वे भी ज्यादा चिंतित हो गए हैं। देवांशी के साथ पढाई कर रहीं गोंडल की बंसी रामाणी के परिजन भी चिंता में हैं। राजेश रामाणी की अपनी पुत्री बंसी से बात हुई जिसमें बताया गया दूतावास ने बैंक से जरूरत की रकम निकालने और अपने सामान पैक करने को कहा है। स्थिति विकट होने पर दूसरे देश में भी शिफ्ट किया जा सकता है।
कई विद्यार्थी होस्टल कैम्पस में सुरक्षित वडोदरा के मोहम्मद फैज पालनपुरवाला यूक्रेन के लवीव शहर में फंसे हैं। फैज के साथ आणंद जिले के बोरसद शहर का माहिर भी फंसा हुआ है। फिलहाल होस्टल कैम्पस में विद्यार्थियों को सुरक्षित स्थल पर रखा गया है। फैज के पिता जकी पालनपुरवाला अपने पुत्र को लेकर चिंतित हैं।
केन्द्र कर रहा पूरे प्रयास: गुजरात सरकार राज्य के प्रवक्ता मंत्री जीतू वाघाणी ने आश्वासन दिया कि केन्द्र सरकार के साथ-साथ यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास विद्यार्थियों के सुरक्षित वापस लौटाने के पूरे प्रयास में लगे हैं।