
घर लौटने के बाद अक्षय ने बताया कि यूक्रेन में युद्ध के बीच वे सभी हंगरी तक आए। यहां से बुडापेस्ट तक ले जाने में भारतीय दूतावास ने उनकी मदद की। इसके बाद उन्हें दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया। हाल में केन्द्र सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है। इसके तहत अब तक हजारों की संख्या में लोगों को सुरक्षित लाया जा सका है। अक्षय के पिता हर्षदभाई ने बताया कि जिला प्रशासन का वे विशेष आभार मानते हैं। प्रशासन के कारण ही उन्हें सही जानकारी मिलती रही। इसके कारण उनके मन में जो भी भय या संशय था, सब दूर हो गया। जिला प्रशासन की तरफ से दाहोद प्रांत अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक समेत अन्य अधिकारी परिजनों से मुलाकात कर उन्हें आश्वासन देते रहे। वहीं प्रशासन की ओर से 24 घंटे हेल्पलाइन चालू रखी गई।