एनएफएसयू गांधीनगर के कैंपस निदेशक प्रो.एस.ओ.जुनारे ने बताया कि लखनऊ में बनने जा रहे यूपीएसआईएफएस (स्कूल ऑफ फॉरेंसिक साइंस उ.प्र.) को एनएफएसयू की ओर से संबद्धता दी गई है। जब तक इस इंस्टीट्यूट का स्थायी परिसर बनकर तैयार नहीं हो जाता है, तब तक इसे अस्थायी परिसर में ही लखनऊ में चलाया जाएगा। अक्टूबर -2021 से ही इस संस्थान के अस्थायी परिसर में शैक्षणिक पाठ्यक्रम शुरू कर दिए जाएंगे। स्नातक (यूजी) स्नातकोत्तर (पीजी) स्तर के चार कोर्स पहले साल शुरू कर रहे हैं। जिसमें बीएससी इन फॉरेंसिक साइंस (60 सीट), बीटेक इन साइबर सिक्योरिटी (60 सीट), एमएससी इन फॉरेंसिक साइंस (40 सीट) और एमटेक इन साइबर सिक्योरिटी (40 सीट) कोर्स शामिल हैं।
प्रो.जुनारे ने बताया कि लखनऊ में यूपीएसआईएफएस की स्थापना के साथ-साथ एनएफएसयू गृह विभाग के अंतर्गत डीएनए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की भी स्थापना की जाएगी। इसके लिए यूपीएसआईएफएस के लखनऊ परिसर में ही 5 एकड़ की अलग से भूमि आवंटित की गई है। इसके निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपए की धनराशि केन्द्र सरकार की ओर से मुहैया कराई गई है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए रविवार को ही गृहमंत्री अमित शाह, उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में उ.प्र. सरकार की ओर से अपर गृह सचिव अवनीशकुमार अवस्थी और एनएफएसयू की ओर से कुलपति डॉ.प्रो.जे.एम.व्यास ने इससे जुड़े एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह सेंटर देश का सबसे आधुनिक और तकनीक व शोध के लिहाज से उन्नत डीएनए एक्सीलेंस सेंटर होगा।