scriptउत्तरप्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज को विकसित करेगी एनएफएसयू | union home minister Amit shah, NFSU, UPSIFS, Lucknow, DNA excellence | Patrika News

उत्तरप्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज को विकसित करेगी एनएफएसयू

locationअहमदाबादPublished: Aug 03, 2021 04:13:02 pm

union home minister Amit shah, NFSU, UPSIFS, Lucknow, DNA excellence center, Course start, Mou एनएफएसयू ने दी संबद्धता, लेगी परीक्षा, देगी डिग्री, गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ में किया है शिलान्यास

उत्तरप्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज को विकसित करेगी एनएफएसयू

उत्तरप्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज को विकसित करेगी एनएफएसयू

नगेन्द्र सिंह

अहमदाबाद. देश के गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के पिपरसंद में जिस उत्तरप्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज (यूपीएसआईएफएस) की आधारशिला रखी है। उसे गांधीनगर स्थित नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) के मार्गदर्शन में विकसित किया जाएगा।
एनएफएसयू की ओर से इसे संबद्धता दी गई है। जिससे फॉरेंसिक साइंस से जुड़े बहुविध स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। करीब 50 एकड़ में 207 करोड़ रुपए की लागत से यूपीएसआईएफएस को विकसित किया जाएगा। एनएफएसयू के मानदंड, पद्धति के तहत इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कराई जाएगी। एनएफएसयू की ओर से ही इस इंस्टीट्यूट में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाएगी और डिग्री भी इन विद्यार्थियों को एनएनएफयू ही प्रदान करेगी।
एनएफएसयू के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरप्रदेश स्टेट फॉरेंसिक साइंसेज इंस्टीट्यूट में शुरुआत में विहेबियर साइंस, सिविल एंड क्रिमिनल लॉ, पुलिस साइंस एंड एडमिनिस्ट्रेशन, क्रिमिनोलॉजी एंड फॉरेंसिक सरीखे विभाग शुरू किए जाएंगे। उसके बाद धीरे-धीरे अन्य सभी विभाग शुरू हो जाएंगे। जिसमें फॉरेंसिक साइंस, साइबर सिक्योरिटी व अन्य शामिल हैं। इनके जरिए उत्तरप्रदेश के न्यायिक और पुलिस विभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। धीरे-धीरे अन्य विभागों को शुरू किया जाएगा।
अक्टूबर-2021 से शुरू होंगे चार कोर्स
एनएफएसयू गांधीनगर के कैंपस निदेशक प्रो.एस.ओ.जुनारे ने बताया कि लखनऊ में बनने जा रहे यूपीएसआईएफएस (स्कूल ऑफ फॉरेंसिक साइंस उ.प्र.) को एनएफएसयू की ओर से संबद्धता दी गई है। जब तक इस इंस्टीट्यूट का स्थायी परिसर बनकर तैयार नहीं हो जाता है, तब तक इसे अस्थायी परिसर में ही लखनऊ में चलाया जाएगा। अक्टूबर -2021 से ही इस संस्थान के अस्थायी परिसर में शैक्षणिक पाठ्यक्रम शुरू कर दिए जाएंगे। स्नातक (यूजी) स्नातकोत्तर (पीजी) स्तर के चार कोर्स पहले साल शुरू कर रहे हैं। जिसमें बीएससी इन फॉरेंसिक साइंस (60 सीट), बीटेक इन साइबर सिक्योरिटी (60 सीट), एमएससी इन फॉरेंसिक साइंस (40 सीट) और एमटेक इन साइबर सिक्योरिटी (40 सीट) कोर्स शामिल हैं।
डीएनए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी करेगा स्थापित, हुआ एमओयू
प्रो.जुनारे ने बताया कि लखनऊ में यूपीएसआईएफएस की स्थापना के साथ-साथ एनएफएसयू गृह विभाग के अंतर्गत डीएनए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की भी स्थापना की जाएगी। इसके लिए यूपीएसआईएफएस के लखनऊ परिसर में ही 5 एकड़ की अलग से भूमि आवंटित की गई है। इसके निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपए की धनराशि केन्द्र सरकार की ओर से मुहैया कराई गई है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए रविवार को ही गृहमंत्री अमित शाह, उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में उ.प्र. सरकार की ओर से अपर गृह सचिव अवनीशकुमार अवस्थी और एनएफएसयू की ओर से कुलपति डॉ.प्रो.जे.एम.व्यास ने इससे जुड़े एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह सेंटर देश का सबसे आधुनिक और तकनीक व शोध के लिहाज से उन्नत डीएनए एक्सीलेंस सेंटर होगा।
उत्तरप्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज को विकसित करेगी एनएफएसयू
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो