गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा, आणंद, भावनगर, खेड़ा समेत विविध भागों में शनिवार सुबह बारिश हुई। इसे लेकर विविध फसलों में नुकसान होने की आशंका से किसान परेशान हैं। खास कर सरसों, तम्बाकू, मिर्च समेत कुछ फसलें इन दिनों तैयार अवस्था में हैं। कुछ खेतों में कटी हुई रखी हैं तो कुछ फसलें अंतिम पड़ाव में खड़ी हुई हैं। भावनगर शहर में सुबह पांच बजे सुबह हुई बारिश के कारण कई इलाकों में सडक़ों पर पानी बहने लगा। बारिश के बीच कई इलाकों में कुछ देर के लिए बिजली भी गुल हो गई। भावनगर मार्केटिंग यार्ड में खुले में रखी तैयार फसलों में नुकसान की आशंका जताई जा रही है।उधर दाहोद जिले के कई भागों में बारिश हुई। वहीं खेड़ा जिले के डाकोर में भी बारिश से फसलों में नुकसान होने की खबर है। इसके अलावा गांधीनगर एवं उत्तर गुजरात के अन्य भागों में भी हल्की बारिश हुई।
कच्छ में शीतलहर की संभावना मौसम विभाग के अनुसार रविवार को भी उत्तर गुजरात के साबरकांठा एवं अरवल्ली में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार बादलों की आवाजाही के बीच शनिवार को तापमान में वृद्धि हुई है। अहमदाबाद एवं वडोदरा शहरों का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री या उससे अधिक दर्ज किया गया, जो शुक्रवार की तुलना में दो से तीन डिग्री अधिक है। कच्छ जिले के नलिया में सबसे कम 7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। अगले दो दिनों में दो से तीन डिग्री तापमान लुढक़ सकता है।
आणंद जिले मेंं तंबाकू की तैयार फसल पर बेमौसमी बारिशराज्य के विविध भागों में शनिवार को हुई बारिश के कारण कई फसलों में नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। विशेष तौर पर आणंद व खेड़ा जिले के तम्बाकू की लगभग तैयार फसल में इससे ज्यादा नुकसान होना माना जा रहा है। इससे किसान चिंतित हैं। पेटलाद के संतोकपुरा, उमरेठ के बेचारी, भालेज, जाखला सहित गांवों हुई बारिश से तम्बाकू के अलावा मिर्च की फसल भी प्रभावित हुई है।
आणंद जिले में शनिवार सुबह बदले मौसम के मिजाज के बाद बादलों की गडगड़़ाहट और बिजली की चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। जिले की आंकलाव, बोरसद, पेटलाद और उमरेठ तहसीलोंं के विविध भागों में बारिश के कारण फसलें प्रभावित होने का डर सता रहा है। । कई गांवों में इन दिनों तम्बाकू की कटी हुई फसल सूखने के लिए खेतों में बिछी हुई है।मिर्च की फसल भी तैयार अवस्था में है। माना जा रहा है कि इन दोनों ही फसलों में बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है।नहीं मिल सकेगी फसल की लागत
भालेज गांव के किसान सब्बीर मिंया मालेक के अनुसार बेमौसम बारिश के कारण तंबाकू की फसल खराब हो गई है। इसलिए यह फसल अब न्यूनतम कीमत में ही बेची जा सकेगी। उनका मानना है कि अब फसल की लागत भी नहीं मिल पाएगी। अन्य किसान संदीप पटेल ने इस बार प्राकृतिक खेती से मिर्च की फसल की थी। लेकिन बारिश के कारण अब मिर्च में भी कीट लगने का डर सता रहा है।