हाईकोर्ट ने पतंग, डोर की बिक्री पर रोक लगाने की याचिकाकर्ता की मांग को भी खारिज कर दिया। सरकार की ओर से महाधिवक्ता कमल त्रिवेदी ने दलील दी थी कि उत्तरायण त्योहार के साथ-साथ व्यापार भी है। बीते वर्ष २०२० में पतंग उद्योग का टर्नओवर ६२५ करोड का था। सवा लाख परिवार इस पर निर्भर हैं। पतंग उत्पादकों की ओर से भी मांग की गई थी कि पतंग की बिक्री पर रोक नहीं लगाई जा सकती। इससे कई गरीब और मध्यमवर्ग के परिवारों की रोजी रोटी निर्भर है। उनके लिए आजीविका का यही एक मात्र जरिया है। सरकार ने भी हाईकोर्ट को आश्वस्त किया कि दीवाली जैसा हाल उत्तरायण पर नहीं होगा। खंडपीठ ने टिप्पणी की कि हम किसी के विरोधी नहीं, किसी की रोजीरोटी छीनने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन कोरोना महामारी के दौर में संतुलन जरूरी है।
खंडपीठ ने उत्तरायण पर रोक लगाने की मांग को खारिज करने के बाद कहा कि सरकार की ओर से दिए गए सुझाव सही हैं। उन्हें मानना चाहिए। ऐसे में अब जवाबदारी नागरिकों की है कि वे नीति-नियमों की पालना करें। खुद के और अन्य के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करें। ऐसा नहीं करने पर उन्हें खुद को और सरकार दोनों को भुगतना पड़ेगा।
सरकार ने कहा है कि बाजारों में भीड़ ना हो उस पर ध्यान दिया जाएगा। 11 से 13 जनवरी के दौरान पतंग बाजारों में प्रोटोकॉल की पालना कराई जाएगी। पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना न करने वालों पर कार्रवाई होगी।
1-सार्वजनिक स्थल, रास्ते, खुले मैदान पर पतंग उड़ाने को मंजूरी नहीं
२-कोरोना के चलते उत्तरायण परिजनों के साथ ही मनानी होगी
३-मास्क बिना सोसाइटी,फ्लैट की छत पर इकट्ठा होने पर रोक
४-सोशल डिस्टेंसिंग, सेनिटाइजिंग की करनी होगी व्यवस्था
५-फ्लैट-अपार्टमेंट के सदस्य बाहरी मेहमान को छत एवं छज्जे पर प्रवेश नहीं दे सकेंगे, उल्लंघन पर अध्यक्ष, सचिव जिम्मेदार , होगी कार्रवाई
६-फ्लैट-सोसाइटी की छत पर बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर रोक
७-लाउड स्पीकर, डीजे, म्यूजिक सिस्टम के उपयोग पर रोक
८-६५ साल से अधिक आयु के बुजुर्ग, कोमोर्बिड व्यक्ति, 10 साल से कम आयु के बच्चे घर में अंदर रहें वही हितावह
९-भावनाएं आहत हों ऐसी राइटिंग, स्लोगन और फोटो पतंग पर लगाने पर रोक
१०-चाइनीज टुक्कल, सिंथेटिक कांच और प्लास्टिक की डोर पर रोक
११-रायपुर, जमालपुर, टंकशाल, नरोडा और पतंगबाजारों में भीड़ ना हो उसके लिए प्रोटोकॉल का हो अमल, पुलिस कराए पालन
१२-अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट में रात्रि कफ्र्यू का हो अमल
१३-ड्रॉन, सीसीटीवी के जरिए नियमों की पालना पर नजर रखी जाए
१४-नियमों का उल्लंघन करने वाले के विरुद्ध आईपीसी और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत होगी कार्रवाई