केन्द्रीय स्वास्थ्य डॉ. हर्षवद्र्धन ने स्पष्टतौर पर कहा कि गुजरात ने कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर बेहतर कार्रवाई की है। आगामी त्योहारों में भी सचेत रहें और कोविड-१९ के दिशा-निर्देशों के अनुसार जागरुकता के साथ कार्रवाई करने का अनुरोध किया। राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जो निर्णय किए उनमें तक सफलता मिली है। गुजरात सरकार ने धन्वंतरी रथ के जरिए घर के निकट ही इलाज करने की नई पहल की है। जो देश को नई दिशा दिखाने वाली है।
हररोज हो रहे हैं ७५ हजार कोरोना टेस्ट
उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि राज्य सरकार के नवीनतम कदम उठाने से राज्य में रिकवरी रेट (मरीजों के स्वास्थ्य होने का दर) ८८.२२ फीसदी हो गया है। जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रति मिलियन प्रति दिन १४० टेस्टिंग होने चाहिए। वहीं गुजरात में प्रति मिलियन प्रति दिन सात से आठ गुना टेस्ट किए जा रहे है। प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता बढ़ती गई है। अब हर रोज ७५ हजार टेस्टिंग तक पहुंच गए हैं। सरकारी और निजी चिकित्सकों के अलावा मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ लोगों के घर-घर जाकर निगरानी कर रहा है और मार्गदर्शन देता है। धन्वंतरी रथ के जरिए शहरों और गांवों में त्वरित उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
दिसम्बर या जनवरी तक वैक्सीन तैयार होने की संभावना उप मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि आगामी दिसम्बर के अंत या जनवरी की शुरुआत में वैक्सीन तैयार होने की संभावना है। केन्द्र सरकार ने गुजरात के पांच अस्पतालों को वैक्सीन ट्रायल की मंजूरी दे दी है। इस दिशा में भी राज्य सरकार ने सकारात्मक कार्रवाई शुरू की है। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
बैठक में स्वास्थ्य सचिव डॉ. जयंती रवि, स्वास्थ्य आयुक्त जयप्रकाश शिवहरे, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और जिला कलक्टर मौजूद थे।