मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यूनेस्को और भारतीय पुरातत्व विभाग (एएसआई) की सहभागिता तथा भारत सरकार एवं देश के विख्यात विश्वविद्यालयों के सहयोग से राज्य की भव्य पुरातात्विक धरोहरों और संस्कृति को विश्व फलक पर प्रोत्साहन देने की राज्य सरकार की तत्परता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि वडनगर प्राचीनतम दिव्य-भव्य नगर है। काल के अनेक थपेड़े खाने के बावजूद अविचल रहा वडनगर आर्य सभ्यता के ध्रुव के तारे जैसा नगर है। बौद्ध विहारों, कीर्ति तोरण, शर्मिष्ठा झील, ताना-रीरी की समाधि जैसी भव्य विरासतों के वाहक नगर के तौर पर वडनगर की अनोखी पहचान स्थापित हुई है। उन्होंने विश्वास जताया कि वडनगर में आकार ले रहा ‘आर्कियोलॉजिकल एक्सपेरिमेंटल म्यूजियमÓ इस संदर्भ में विशेष साबित होगा।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तर्ज पर वडनगर का विकास : संघवी राज्य के युवा और सांस्कृतिक गतिविधि मंत्री हर्ष संघवी ने ‘वडनगर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंसÓ में शिरकत करने गुजरात, भारत और अलग-अलग देशों से आए मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि वडनगर जैसी अनेक प्राचीन विरासतों ने गुजरात को न केवल भारत में बल्कि ऐतिहासिक पर्यटन के क्षेत्र में वैश्विक पहचान दिलाई है। गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तरह वडनगर का विकास इस तरह किया जा रहा है कि आगामी समय में इस ऐतिहासिक शहर में भी हजारों सैलानी घूमने आएं।
संघवी ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में वडनगर को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तर्ज पर वैश्विक स्तर के पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित वडनगर के निवासियों को नमन करते हुए वडनगर के सपूत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को साथ मिलकर साकार करने का अनुरोध किया। संघवी ने गुजरात की धरा पर पहली बार तीन दिवसीय ‘वडनगर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंसÓ के सफल आयोजन के लिए भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय, यूनेस्को और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण सहित भाग लेने वाले सभी का गुजरात सरकार की ओर आभार व्यक्त किया।
मुख्य सचिव पंकज कुमार ने स्वागत प्रवचन करते हुए कहा कि पुरातत्वीय विरासत तथा संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार के खेल-कूद एवं सांस्कृतिक विभाग तथा केंद्र सरकार के सहयोग से वडनगर अंतरराष्ट्रीय परिषद का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम के द्वारा भारतीय सांस्कृतिक विरासत, समृद्ध पुरातत्वीय विरासत तथा इतिहास के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त होगी। इस कार्यक्रम के द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री तथा वर्तमान प्रधानमंत्री के ‘बिल्ट नॉलेज फॉर सस्टेनेबल डवलपमेंटÓ के विजन को आगे बढ़ाने में सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तथा महानुभावों की उपस्थिति में ‘वडनगर कॉफी टेबल बुकÓ का विमोचन किया गया।
इस कार्यक्रम में वडनगर के अग्रणी सोमाभाई मोदी, खेल-कूद एवं युवा सांस्कृतिक विभाग के प्रधान सचिव अश्विनी कुमार, राज्य की विभिन्न यूनिवर्सिटी के वक्ता, गुजरात राज्य अभिलेखागार तथा केंद्रीय पुरातत्व विभाग के अधिकारी, वडनगरवासी सहित इतिहास के क्षेत्र में रूचि रखने वाले नागरिक उपस्थित थे।