फेडरेशन ऑफ गुजरात इंडस्ट्रीज और वडोदरा मंडल ने सोमवार को वडोदरा स्टेशन पर मॉर्डन स्कल्पचर्स एवं रेल आर्ट फर्नीचर पेश किए हैं। वडोदरा के मंडल रेल प्रबंधक अमीत कुमारसिंह ने कलाकारों के इन प्रयासों की सराहना की।
कलाकार कुणाल कहार ने वडोदरा स्टेशन पर वडोदरा-बरोडा थीम पर धरोहरों को पेश किया है। उन्होंने 21 राउंड आयरन प्लैट्स को काट-छांटकर सिटी हेरिटेज प्वाइन्ट बनाए, जो शोकेस में सजाए गए हैं तो ट्रेन का इंतजार करती मां-बेटी, दो सूटकैस और रेलवे कुली की कलाकृति भी आकर्षण का केन्द्र बनी है। वहीं डिजाइनर हर्शांग काले ने आइकोनिक रेलवे कॉलम और ग्रील्स के जरिए झूला डिजाइन किया है तो ट्रैक सेक्शनों से आई- सेक्शन सीटिंग डिजाइन किया गया है, जिसे तनुश्री गायकवाड ने तैयार किया है। जहां ऐसी बैंच हैं जिसमें न सिर्फ उपभोक्ता अपना सामान रख सकता है बल्कि आराम कर सकता है। कलाकारों ने विश्वामित्री नदी के आसपास की विविधता और मगरमच्छ व उसके बच्चा भी डिजाइन किया है जो यात्रियों के आकर्षण का केन्द्र बना है।
वडोदरा मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने बताया कि जो भी कलाकृतियां बनाई हैं उनमें रेलवे मटीरियल्स का इस्तेमाल किया गया। कलाकृतियों के जरिए कलाकारों ने वडोदरा की धरोहर को पेश करने का प्रयास किया है। इसके जरिए रेलवे स्टेशन आकर्षण बढ़ा है। आगंतुक और यात्री अनोखा अनुभव कर रहे हैं।
सौर ऊर्जा से रोशन होगा वडोदरा स्टेशन वडोदरा रेलवे स्टेशन अब सौर ऊर्जा से रोशन होगा। फिलहाल वडोदरा स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर सोलर पैनल लगाने का कार्य चल रहा है। वडोदरा स्टेशन के अलावा आणंद, नडियाद, भरूच, गोधरा और अंकलेश्वर स्टेशनों पर भी सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा। वडोदरा मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने कहा कि परंपरागत ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल कम करने के लिए वडोदरा मंडल ने कई रेलवे स्टेशनों सोलर पैनल लगाने का कार्य प्रारंभ किया है। ये सोलर पैनल वडोदरा, आणंद, नडियाद, भरूच, गोधरा और अंकलेश्वर रेलवे स्टेशन लगाए गए जा रहे हैं। रेल मंत्री पियष गोयल की पे्ररणा से यह पहल की गई है। यह सोलर पैनल न सिर्फ स्टेशनों पर लगेंगे बल्कि सर्विस बिल्डिंग, शेड्स और अन्य छतों पर लगाए जाएंगे। वडोदरा मंडल में 1.05 मेगावॉट की क्षमता वाले सोलर पैनल लगाए जाएंगे।