भ्रमित नहीं हों युवा, देशहित में है स्कीम
अग्निपथ स्कीम न सिर्फ युवा बल्कि देशहित में भी है। पहले कभी ऐसी योजना नहीं बनी। चार वर्ष तक सेना में ड्यूटी करने से अनुशासन और देशभावना का संचार होगा। सेवानिवृति के दौरान भी 11 लाख से अधिक की राशि मिलेगी। निवृत होने के बाद अन्य क्षेत्र में भी नौकरी की जा सकेगी। इस उत्तम योजना को लेकर युवा भ्रमित न हों और इसे अच्छी तरह से समझें।
वल्लभ रामाणी, शहीद मेजर ऋषिकेश रामाणी के पिता
दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय
केंद्र सरकार की ओर से अग्निपथ स्कीम योजना एक दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है। भारतीय सेना में 4 वर्ष जाने के बाद ऐसे युवकों की आगे की मंजिल क्या होगी, इस संबंध में कोई भी ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। इस योजना पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।
प्रो. प्रचेता पंड्या, अहमदाबाद सरकार का सराहनीय कदम यह वास्तव में सरकार का सराहनीय कदम है। इससे युवकों को रोजगार तो मिलेगा ही, साथ में भारत माता की सेवा करने की जिम्मेदारी भी निभाने का मौका मिलेगा। केंद्र सरकार की यह योजना काबिले तारीफ है।
धीरेंद्र झा, पूर्व सैनिक
पुनर्विचार करे सरकार
एक सैनिक को तैयार करने और परिपक्व होने में छह से सात वर्षों का वक्त लगता है। ऐसे में छह माह का प्रशिक्षण और बाद में साढ़े तीन वर्ष बाद सैनिक की सेवानिवृत्ति होने पर न तो उनमें समर्पण की भावना रहेगी और न ही परिपक्वता आएगी। यह न ही देशहित में है और न ही युवाओं के हित में है। इन सैनिकों को सेवानिवृत्ति के बाद फिर से नौकरी तलाशनी पड़ेगी। ऐसे में यह योजना देशहित में नहीं है। केन्द्र सरकार को इस योजना को लागू करने से पहले पुनर्विचार करना चाहिए।
पुनर्विचार करे सरकार
एक सैनिक को तैयार करने और परिपक्व होने में छह से सात वर्षों का वक्त लगता है। ऐसे में छह माह का प्रशिक्षण और बाद में साढ़े तीन वर्ष बाद सैनिक की सेवानिवृत्ति होने पर न तो उनमें समर्पण की भावना रहेगी और न ही परिपक्वता आएगी। यह न ही देशहित में है और न ही युवाओं के हित में है। इन सैनिकों को सेवानिवृत्ति के बाद फिर से नौकरी तलाशनी पड़ेगी। ऐसे में यह योजना देशहित में नहीं है। केन्द्र सरकार को इस योजना को लागू करने से पहले पुनर्विचार करना चाहिए।
सतीष पारेख, अध्यक्ष, पूर्व सैनिक सेवा संगठन, वडोदरा जिला
भविष्य की अनिश्चिततता
अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में आक्रोश है। इसकी मूल वजह इसकी करार आधारित सेवा होना माना जा रहा है। सरकार को कम से कम सेना की नौकरी को करार आधारित नहीं रखना चाहिए। सेना से जुडऩे के बाद कोई भी व्यक्ति आजीवन उसी के जरिए देश सेवा करने की इच्छा रखता है।
प्रकाश भांभणी, अहमदाबाद
सेना में जाना जज्बे की बात
भविष्य की अनिश्चिततता
अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में आक्रोश है। इसकी मूल वजह इसकी करार आधारित सेवा होना माना जा रहा है। सरकार को कम से कम सेना की नौकरी को करार आधारित नहीं रखना चाहिए। सेना से जुडऩे के बाद कोई भी व्यक्ति आजीवन उसी के जरिए देश सेवा करने की इच्छा रखता है।
प्रकाश भांभणी, अहमदाबाद
सेना में जाना जज्बे की बात
देश का युवा सेना में जाने को नौकरी नहीं मानता है, वह देशभक्ति और जज्बे की वजह से सेना में भर्ती होता है। इसे अन्य सरकारी सेवाओं की तरह नहीं देखना चाहिए। हालांकि इस योजना में युवाओं के जज्बे को समझते हुए कुछ सुधार की जरूरत है।
भावेश, अहमदाबाद
युवकों को मिलेगा रोजगार
केंद्र सरकार की ओर से लागू किए जाने वाली अग्निवीर योजना बहुत ही अच्छी है। इससे देश के नवयुवकों को समय से रोजगार मिलेगा और आगामी समय में आवश्यकता होने पर सैनिकों की भर्ती नहीं करनी पड़ेगी। इसके लिए केंद्र सरकार बधाई की पात्र है। ऐसे युवकों के भविष्य की चिंता भी सरकार को करनी होगी।
यतिन गांधी, पाटण
मातृभूमि के प्रति बढ़ेगा प्रेम
केंद्र सरकार की ओर से अग्निवीर के नाम से युवकों के लिए जो योजना शुरू की जा रही है, वह बहुत ही प्रशंसनीय है। इससे युवकों में मातृभूमि के प्रति प्रेम बढ़ेगा। साथ में ही बेरोजगारी से कुछ राहत मिलेगी। ऐसे युवकों को भविष्य में अन्य संसाधन भी मुहैया कराने की जिम्मेदारी सरकार की होगी। युवकों को सेना का प्रशिक्षण देकर सरकार इस बात को सुनिश्चित कर लेगी कि यदि भविष्य में जरूरत होती है तो तुरंत सेना में भर्ती करने के लिए नए युवकों की तलाश नहीं करनी पड़ेगी।
प्रो. विमल सिंह, गुजरात विवि
योजना वापस ले सरकार
भारतीय सेना में अस्थायी नौकरी देने की सरकार की घोषित अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए। 46 हजार युवाओं को थल सेना, वायु सेना व नौ सेना सहित भारतीय सेना में 4 वर्ष की अस्थायी नौकरी देने की अग्निपथ योजना का देशभर के युवा विरोध कर रहे हैं। इस योजना के जरिए देश के युवाओं के भविष्य और देश की सुरक्षा को खतरे में नहीं डालना चाहिए।
डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा, अध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद
युवकों को मिलेगा रोजगार
केंद्र सरकार की ओर से लागू किए जाने वाली अग्निवीर योजना बहुत ही अच्छी है। इससे देश के नवयुवकों को समय से रोजगार मिलेगा और आगामी समय में आवश्यकता होने पर सैनिकों की भर्ती नहीं करनी पड़ेगी। इसके लिए केंद्र सरकार बधाई की पात्र है। ऐसे युवकों के भविष्य की चिंता भी सरकार को करनी होगी।
यतिन गांधी, पाटण
मातृभूमि के प्रति बढ़ेगा प्रेम
केंद्र सरकार की ओर से अग्निवीर के नाम से युवकों के लिए जो योजना शुरू की जा रही है, वह बहुत ही प्रशंसनीय है। इससे युवकों में मातृभूमि के प्रति प्रेम बढ़ेगा। साथ में ही बेरोजगारी से कुछ राहत मिलेगी। ऐसे युवकों को भविष्य में अन्य संसाधन भी मुहैया कराने की जिम्मेदारी सरकार की होगी। युवकों को सेना का प्रशिक्षण देकर सरकार इस बात को सुनिश्चित कर लेगी कि यदि भविष्य में जरूरत होती है तो तुरंत सेना में भर्ती करने के लिए नए युवकों की तलाश नहीं करनी पड़ेगी।
प्रो. विमल सिंह, गुजरात विवि
योजना वापस ले सरकार
भारतीय सेना में अस्थायी नौकरी देने की सरकार की घोषित अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए। 46 हजार युवाओं को थल सेना, वायु सेना व नौ सेना सहित भारतीय सेना में 4 वर्ष की अस्थायी नौकरी देने की अग्निपथ योजना का देशभर के युवा विरोध कर रहे हैं। इस योजना के जरिए देश के युवाओं के भविष्य और देश की सुरक्षा को खतरे में नहीं डालना चाहिए।
डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा, अध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद