उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से फैल रहे हैं। यदि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामलों पर लगाम नहीं लगेंगे तो हालात काफी बिगड़ जाएंगे। राज्य के
अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट समेत शहरी इलाकों में तो कोरोना संक्रमण बेकाबू हो चुका है। ऐसे में गुजरात के 18 हजार गांवों में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कई सुझाव भी दिए हैं। उन्होंने कहा प्रत्येक गांव की ग्राम पंचायत में कंट्रोल प्रारंभ किए जाएं। कंट्रोल रूम का नंबर हर व्यक्ति के पास होना चाहिए। होम आइसोलेशन या स्कूलों में आइसोलेशन वॉर्ड में रहने वालों को हररोज मेडिकल टीम की देखरेख में रखा जाए। ऐसे मरीजों को जरूरी दवाइयां उपलब्ध करानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि गांवों में कोविड गाइड लाइन का सख्त पालन कराया जाए। ग्रामीण अनिवार्य तौर पर मास्क पहनें, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। यह जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंपनी चाहिए। तालुकास्तर पर कोरोना के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए।