70 हजार वर्गमीटर में टैन्ट सिटी अत्याधुनिकी सुविधा वाले 250 टैन्ट हैं। टैन्ट सिटी में बुनियादी सुविधाएं, सड़क, बिजली, पानी के अलावा समतल जमीन पर आकर्षक दृश्य बनाए गए हैं। टैन्ट सिटी के चलते रोजगार के अवसर मिलेंगे, जिसमें 85 से 90 फीसदी स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। टैन्ट सिटी में मोदी ने गाइड्स से गुजराती, हिन्दी और अंग्रेजी में संवाद किया। टैन्ट सिटी के रिसेप्शन एरिया में सरदार पटेल की जीवनी पर प्रश्नोत्तरी लगाई गई हैं। साथ ही 250 किलो वॉट के सौर ऊर्जा वाले पैनल लगाए गए हैं। ठोस और प्रवाही कूड़े का प्रबंधन करने के लिए परिसर बनाया गया, जहां ऑर्गेनिक वेस्ट कन्वर्टर से बायो-फर्टीलाइजर बनाए जाएंगे।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के फैक्ट् – स्टेच्यू ऑफ यूनिटी में 153 मीटर गैलरी तैयार की गई है, जहां से 200 पर्यटक नर्मदा बांध का नजारा देख सकेंगे। इसके लिए चार हाई स्पीड लिफ्ट है, जो सिर्फ 30 सेकण्ड में सरदार पटेल के हृदय तक पहुंच जाए3गी।
6.5 रिक्टर स्कैल के भूकंप से भी इस प्रतिामा को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाली हवाओं से भी प्रतिमा को नुकसान नही ं होगा।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण 90 हजार मैट्रिक टन सिमेन्ट का उपयोग किया गया
– 25 हजार मीट्रिक टन लोहे का इस्तेमाल किया गया।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के सामने 23.33 लाख फूलों से वेली ऑफ फ्लावर तैयार की गई है, जो 17 किलोमीटर में है।
सरदार सरोवर बांध के सामने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी तैयार की गई है
सरदार पटेल की जीवनी पर विशाल म्युजियम तैयार किया गया है।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी देखने आने वाले पर्यटकों के लिए बोट राइडिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
4800 कर्मचारियों और 250 इंजीनियरों ने मिलकर यह प्रोजेक्ट तैयार किया है।
6.5 रिक्टर स्कैल के भूकंप से भी इस प्रतिामा को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाली हवाओं से भी प्रतिमा को नुकसान नही ं होगा।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण 90 हजार मैट्रिक टन सिमेन्ट का उपयोग किया गया
– 25 हजार मीट्रिक टन लोहे का इस्तेमाल किया गया।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के सामने 23.33 लाख फूलों से वेली ऑफ फ्लावर तैयार की गई है, जो 17 किलोमीटर में है।
सरदार सरोवर बांध के सामने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी तैयार की गई है
सरदार पटेल की जीवनी पर विशाल म्युजियम तैयार किया गया है।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी देखने आने वाले पर्यटकों के लिए बोट राइडिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
4800 कर्मचारियों और 250 इंजीनियरों ने मिलकर यह प्रोजेक्ट तैयार किया है।