जामनगर में गरीब कल्याण मेले में किट बदली मिली तो लाभार्थी ने किया विरोध
जामनगर. आमतौर पर देखा जाता है कि ऑनलाइन बुकिंग के दौरान सामान बदलने की शिकायतें मिलती है। कभी बॉक्स खोलने पर पत्थर निकलते थे तो कभी ऑर्डर के मुताबिक सामान नहीं मिलता था। कुछ इसी तरह की शिकायतें गरीब कल्याण मेले में बांटी गई किटों में देखने को मिला, जहां कटलरी के बॉक्स में ओवन निकला तो कुछ बॉक्सों में घरेलू सामान निकला। ऐसे में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए लाभार्थी सामान वापस करने के लिए शनिवार को कलक्टर कार्यालय पहुंचे।
जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से शुक्रवार को टाउन हॉल में गरीब कल्याण मेला आयोजित किया गया था, जिसमें १० हजार ९३१ लाभार्थियों को १९.३७ करोड़ की सहायता वितरित की गई। जलापूर्ति मंत्री कुंवरजी बावळिया की उपस्थिति में आयोजित मेले में बड़ी संख्या में लाभार्थी उमड़े और किट लेकर घर चले गए।
इस दौरान किट खोली तो सामान बदला मिला। कटलरी के लाभार्थियों के बॉक्स में ओवन निकले तो कुछ लाभार्थियों के बॉक्स में घरेलू सामान निकले। इस संबंध में लाभार्थियों ने शुक्रवार को पार्षद नीता परमार से शिकायत की थी। इस दौरान आक्रोशित लाभार्थी शनिवार को किट वापस करने के लिए कलक्टर कार्यालय पर पहुंचे गए। पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।
जामनगर. आमतौर पर देखा जाता है कि ऑनलाइन बुकिंग के दौरान सामान बदलने की शिकायतें मिलती है। कभी बॉक्स खोलने पर पत्थर निकलते थे तो कभी ऑर्डर के मुताबिक सामान नहीं मिलता था। कुछ इसी तरह की शिकायतें गरीब कल्याण मेले में बांटी गई किटों में देखने को मिला, जहां कटलरी के बॉक्स में ओवन निकला तो कुछ बॉक्सों में घरेलू सामान निकला। ऐसे में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए लाभार्थी सामान वापस करने के लिए शनिवार को कलक्टर कार्यालय पहुंचे।
जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से शुक्रवार को टाउन हॉल में गरीब कल्याण मेला आयोजित किया गया था, जिसमें १० हजार ९३१ लाभार्थियों को १९.३७ करोड़ की सहायता वितरित की गई। जलापूर्ति मंत्री कुंवरजी बावळिया की उपस्थिति में आयोजित मेले में बड़ी संख्या में लाभार्थी उमड़े और किट लेकर घर चले गए।
इस दौरान किट खोली तो सामान बदला मिला। कटलरी के लाभार्थियों के बॉक्स में ओवन निकले तो कुछ लाभार्थियों के बॉक्स में घरेलू सामान निकले। इस संबंध में लाभार्थियों ने शुक्रवार को पार्षद नीता परमार से शिकायत की थी। इस दौरान आक्रोशित लाभार्थी शनिवार को किट वापस करने के लिए कलक्टर कार्यालय पर पहुंचे गए। पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।