इनमें से ६० बांध हाई अलर्ट पर हैं। इनमें नब्बे से लेकर सौ फीसदी तक जलसंग्रह हो गया है। इनमें से ३२ बांध में क्षमता का सौ फीसदी जल संग्रह हो गया है। वहीं उन्नीस बांध ऐसे भी हैं उनमें ८० से ९० फीसदी जल संग्रह हुआ है। इन बांधों को अलर्ट पर रखा गया है। जबकि १७ बांधों में ७० से ८० पीसदी तक जल संग्रह होने पर उन्हें वार्निंग पर रखा गया है। भारी बारिश होने के बावजूद राज्य के चार बांधों में बिल्कुल जलसंग्रह नहीं हुआ है।
जूनागढ़ जिले की मालियाहाटीना तहसील के व्रज्मी बांध में शून्य फीसदी जल संग्रह हुआ है। इसी तरह से भावनागर जिले की घोघा तहसील के लखनका बांध और तलाजा तहसील के हमीरपुरा बांध में भी शून्य फीसदी जलसंग्रह हुआ है। बोटाद जिले की गढड़ा तहसील के भीमदाद बांध में भी बिल्कुल जल संग्रह नहीं हो पाया है। १०७ बांधों में शून्य से लेकर ७० फीसदी तक ही जलसंग्रह हो पाया है। प्रदेश के सभी (२०३) बांधों में क्षमता का औसतन लगभग ६० फीसदी जल संग्रह हो गया है।
ज्यादातर हिस्सों में बूंदाबांदी
प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में रविवार को बूंदाबांदी से लेकर हल्की बारिश हुई। जबकि आगामी पांच दिनों तक गुजरात रीजन, सौराष्ट्र, कच्छ के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को गुजरात रीजन के अहमदाबाद, डीसा, वडोदरा, सूरत एंव वलसाड में बूंदाबांदी से लेकर हल्की बारिश हुई। इनमें से सबसे अधिक वलसाड में १३ मिलीमीटर और वडोदरा में १२ मिलीमीटर बारिश हुई। सौराष्ट्र के भावनगर, ओखा, पोरबंदर महुवा में भी बूंदाबांदी हुई। संभावना जताई गईहै कि आगामी शुक्रवार तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हवा में आद्र्रता की मात्रा अधिक होने से उमस भी महसूस हो रही है। अहमदाबाद शहर में हवा में अधिकतम ९५ फीसदी आद्र्रता दर्ज की गई थी।