कहा, नीति, विज्ञान और नवाचार से बदल सकता है जीवन, आईआईटी गांधीनगर के आठवें दीक्षांत समारोह में ३९४ विद्यार्थियों को मिली डिग्री, ५५ को पदक
IIT Gandhinagar Convocation बड़ा सपना देखें और निरंतर सीखते रहें : डॉ स्वातिपिरामल
अहमदाबाद. पिरामल समूह की उपाध्यक्ष डॉ.स्वाति पिरामल ने कहा कि नीति (पब्लिक पॉलिसी), विज्ञान और नवाचार (इनोवेशन) से जीवन में बदलाव हो सकता है। विज्ञान और इनोवेशन का हमें राष्ट्र की चुनौती गरीबी और स्वास्थ्य समस्या से निपटने के लिए उपयोग करना चाहिए। वे शनिवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गांधीनगर के आठवें दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रही थीं। उन्होंने विद्यार्थियों को बड़ा सपना देखने और निरंतर सीखते रहने की सीख दी। दीक्षांत समारोह में ३९४ विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। इनमें १४५ को बीटेक, ८६ को एमएससी, २१ को एमए, दो को बीटेक-एमटेक ड्यूअल डिग्री, एक को बीटेक-एमएससी ड्यूअल डिग्री, १०५ को एमटेक, ७ को पीजीडीआईआईटी डिप्लोमा और २७ को पीएचडी की डिग्री प्रदान की गई। इसके साथ ही ५४ पदक दिए गए, जिसमें २५ स्वर्ण और १३ रजत पदक शामिल हैं। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए १५ पदक दिए गए।
८० प्रतिशत विद्यार्थियों ने संस्थान को अनुदान देने की शपथ ली संस्थान के कार्यकारी निदेशक प्रो.अमित प्रशांत ने कहा कि संस्थान के पूर्व विद्यार्थी संस्थान की मदद को आगे आ रहे हैं। इस वर्ष स्नातक होने वाले ३९४ विद्यार्थियों में से ८० प्रतिशत विद्यार्थियों ने संस्थान को अनुदान देने की शपथ ली है। पूर्व विद्यार्थियों की ओर से एक लाख रुपए प्रति सालाना की छह नई छात्रवृत्ति संस्थान में शुरू की हैं। उन्होंने संस्थान की बीते एक साल की शिक्षा, शोध और इतर प्रवृत्तियों में हांसिल की उपब्लिधयों को गिनाया। उन्होने कहा कि स्नात होने वाले बीटेक विद्यार्थियों में ४३ फीसदी ने अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त किया है। ४५ फीसदी ने उच्च शिक्षा को चुना है।