हार्दिक पटेल ने उदयपुर में हो रहे कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय चिंतन शिविर में उनके न जाने के सवाल पर कहा कि जब तक उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों का समाधान नहीं हो जाता है तब तक वे शिविर में जाकर क्या करेंगे।
हार्दिक ने कहा कि हमलोगों ने पार्टी को दिया है, पार्टी से आज तक कुछ लिया नहीं है। वर्ष 2015 हो, वर्ष 2017 हो, हमनें अपना सौ फीसदी दिया है। गुजरात के अंदर जागृति लाकर कांग्रेस के साथ जोडऩे का काम किया है। हम काम मांगते हैं, पद नहीं मांगते हैं। उन्होंने कहा कि नरेश पटेल की कांग्रेस आलाकमान के साथ सीधी चर्चा हुई है। इसमें स्थानीय नेताओं के साथ क्या मुद्दा है, इसका उन्हें ख्याल नहीं है। नरेश पटेल ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ चर्चा की है, आशा है कि शीघ्र ही वहां से निर्णय आ जाएगा।
हार्दिक ने कहा कि हमलोगों ने पार्टी को दिया है, पार्टी से आज तक कुछ लिया नहीं है। वर्ष 2015 हो, वर्ष 2017 हो, हमनें अपना सौ फीसदी दिया है। गुजरात के अंदर जागृति लाकर कांग्रेस के साथ जोडऩे का काम किया है। हम काम मांगते हैं, पद नहीं मांगते हैं। उन्होंने कहा कि नरेश पटेल की कांग्रेस आलाकमान के साथ सीधी चर्चा हुई है। इसमें स्थानीय नेताओं के साथ क्या मुद्दा है, इसका उन्हें ख्याल नहीं है। नरेश पटेल ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ चर्चा की है, आशा है कि शीघ्र ही वहां से निर्णय आ जाएगा।
अभी 7-8 दिन और लगेंगे: नरेश पटेल
उधर राजनीति में प्रवेश करने को लेकर पाटीदार समाज के नेता नरेश पटेल ने कहा कि उन्हें अभी ७-८ दिन और चाहिए। पास सदस्यों के साथ बैठक हुई है। एक और विस्तृत बैठक समाज के नेताओं के साथ करनी है उसके बाद वह अपना निर्णय घोषित करेंगे। नरेश पटेल ने रविवार को हार्दिक पटेल, पास संयोजक अल्पेश कथीरिया और दिनेश बामभणिया के साथ बैठक की। इसमें सामाजिक, राजनीतिक और पारिवारिक समेत कई दूसरे मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान समाज के युवाओं पर दर्ज केस वापस लेने के मुद्दे पर हो रही प्रगति की चर्चा हुई।
उधर राजनीति में प्रवेश करने को लेकर पाटीदार समाज के नेता नरेश पटेल ने कहा कि उन्हें अभी ७-८ दिन और चाहिए। पास सदस्यों के साथ बैठक हुई है। एक और विस्तृत बैठक समाज के नेताओं के साथ करनी है उसके बाद वह अपना निर्णय घोषित करेंगे। नरेश पटेल ने रविवार को हार्दिक पटेल, पास संयोजक अल्पेश कथीरिया और दिनेश बामभणिया के साथ बैठक की। इसमें सामाजिक, राजनीतिक और पारिवारिक समेत कई दूसरे मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान समाज के युवाओं पर दर्ज केस वापस लेने के मुद्दे पर हो रही प्रगति की चर्चा हुई।