योग संस्कृति का सृजन किया महर्षि पतंजलि ने मुख्यमंत्री ने कहा कि विकासशील गुजरात और उत्तम से सर्वोत्तम गुजरात के निर्माण की दिशा में बढ़ रहे राज्य में जीडीपी के साथ हैप्पीनेस इंडेक्स में भी वृद्धि करने के लिए लोगों के तन, मन, बुद्धि और आत्मा को योग के माध्यम से स्वस्थ व तंदुरुस्त कर दिव्य और संस्कारी गुजरात बनाना है। योग संस्कृति का सृजन तो पांच हजार वर्ष पहले ही महर्षि पतंजलि ने किया है।
उन्होंने कहा कि गुजरात में राज्य योग बोर्ड से पिछले तीन वर्ष में योग का दायरा गांवों और नगरों में फैलाने के लिए योगाभ्यास प्रशिक्षण वर्ग, 750 योग कोच और 53 हजार ट्रेनर्स तैयार करने जैसी गतिविधियों से दिव्य गुजरात के निर्माण की कल्पना में सक्रिय सहयोग मिल रहा है। खेल राज्य मंत्री ईश्वरसिंह पटेल ने इस वर्ष आयोजित विश्व योग दिवस कार्यक्रम को मिले जन समर्थन की सराहना की।
योग बोर्ड के अध्यक्ष शीशपाल ने राज्य योग बोर्ड की विभिन्न गतिविधियों और योग को जन समुदाय की दैनिक जीवनचर्या का अभिन्न अंग बनाने के लिए 53 हजार ट्रेनर एवं योग कोच को तैयार करने के प्रयोजन की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘हवे तो बस एक ज वात, योगमय बने गुजरातÓ अर्थात अब तो बस एक ही बात, योगमय बने गुजरात थीम सॉन्ग को लॉन्च किया। इस अवसर पर निदेशक मंडल के सदस्य भानुभाई चौहान तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव सीवी सोम गांधीनगर में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘हवे तो बस एक ज वात, योगमय बने गुजरातÓ अर्थात अब तो बस एक ही बात, योगमय बने गुजरात थीम सॉन्ग को लॉन्च किया। इस अवसर पर निदेशक मंडल के सदस्य भानुभाई चौहान तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव सीवी सोम गांधीनगर में उपस्थित थे।