मौके पर मांस के लौथड़े व खून फैल गया। सूचना पर बड़ी संख्या में सांवतसर क्षेत्र के पशुपालक मौके पर पहुंचे, जिन्होंने घटना के लिए डीएफसी को जिम्मेदार बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। बाद में विधायक सुरेश टांक, तहसीलदार मोहनसिंह राजावत, गांधी नगर थानाधिकारी राजेश मीणा व डीएफसीसी के अधिकारी मौके पर आए। एलएनटी की सहायता से बंद रास्ता खोला गया।
रास्ता बंद होने से आवाजाही बाधित गौरतलब है कि अजमेर-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित निर्माणाधीन आरओबी के नीचे रास्ता बंद है। डीएफसीसी की ओर से नेशनल हाइवे स्थित निर्माणाधीन आरओबी के नीचे (मदनेशन गोशाला के पास रेलवे ट्रेक पर) सडक़ के दोनों तरफ मिट्टी के ढेर लगाए हुए हैं। इसके चलते देर शाम कई गौवंश और मदनेश गौशाला की गायें शाम को मदनगंज की तरफ इसी मार्ग से आती है।
सनिवार अपराह्न करीब 3.30 बजे बारिश के दौरान अंधेरानुमा होने के चलते गौवंश लौट रहा था। बारिश के दौरान अचानक तेज गर्जना हुई। बिजली कडक़ी और गायें, सांड और बछड़े तेजी से ट्रेक की तरफ भागने लगे। इसी दौरान अजमेर से जयपुर की तरफ जा रही पूजा एक्सप्रेस की चपेट से करीब ११ गौंवश की मौत हो गई।
मलबा जमा होने से रुका रास्ता जानकारों के अनुसार आरओबी के नीचे से प्रतिदिन मदनेश गौशाला और ग्रामीण गौवंश को चराने के लिए आते-जाते हैं। शनिवार को गौवंश के रास्ते में बड़ी मात्रा में मलबा एकत्र हो गया। इससे उन्हें आगे जाने का रास्ता नहीं मिला। इस बीच बिजली कडक़ने से गौवंश बिदक कर पटरियों की ओर चला गया। तभी तेज गति से गुजर रही ट्रेन ने कुचल दिया।
कुछ दिनों से बढी़ ट्रेनों की गति पटरियों के ऊपरी हिस्से पर आरओबी की भुजा हटाने के चलते यहां से गुजरने वाली ट्रेनें कम गति से निकलती थी, लेकिन हाल ही में पटरियों के ऊपर से भुजा हटाने का काम पूरा कर लिया गया। ऐसे में ट्रेनों का आवागमन सामान्य गति से शुरू कर दिया गया।