7 जगह ही शुरु हुआ काम अमृत सरोवर के तहत सीकर में 3, जयपुर में 3 तथा अलवर में एक कार्य प्रगति पर है। किसी भी जिले में एक भी कार्य पूर्ण नहीं हो सका। अमृत सरोवर के निर्माण से बरसात के दौरान पानी को एकत्रित किया जा सकेगा। इसका उपयोग किया जा सकेगा। इससे भू जल स्तर में भी बढोतरी होगी।
अजमेर जिले का हाल जिले में अमृत सरोवर के 137 कार्य चिन्हित किए गए हैं। इनमें से 30 की स्वीकृति जारी हो चुकी है। इनमें रामनेर की ढाणी में पनारिया नाडी तालाब, अराई के खापरिया तालाब का जीर्णेाद्धार, बरना में नया तालाब, मसूदा के ग्राम माधोगढ़ का सार्वजनिक तालाब, ग्राम दौलपुरा का सार्वजनिक तालाब, मसूदा के ग्राम दैदपुरा का गौलमा वाला तालाब शामिल है। जिले में एक भी कार्य शुरु नहीं हुआ और ना ही पूरा हो सका।
ताकी पर्यावरण में हो सके सुधार ग्रामीण विकास एंव पंचायतीराज विभाग की आयुक्त (ईजीएस) शिवांगी स्वर्णकार ने सभी जिला कलक्टरों एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना को इस सम्बन्ध में निर्देश जारी किए हैं। आयुक्त के अनुसार जिलेवार कार्यों की स्वीकृति जारी कर कार्य समय पर पूर्ण किए जाएं जिससे आगामी मानसून में अमृत सरोवरों का उपयोग हो सके और पर्यावरण में सुधार हो सके।