ऐप से हुआ सब कुछ आसान राज्य में 52 हजार से ज्यादा बूथ हैं। कुछ वर्ष पहले अगर कोई अपना नाम मतदाता सूची में जोडऩे या हटाने के लिए ईआरओ यानी एसडीओ ऑफस में देता था। वहां से यह आवेदन संबंधित बीएलओ के पास पहुंचता था। यह प्रक्रिया काफी समय लेने वाली थी। लेकिन अब बीएलओ इस फार्म को गरुड़ ऐप के माध्यम से चंद मिनट में भरवा रहे हैं और वीएचए ऐप पर मिलने वाले फॉर्म को भी चैकलिस्ट के अनुरूप सत्यापित कर ऑनलाइन ही ईआरओ को चंद मिनट में भेज रहे हैं। दोनों ऐप के जरिए भरे आवेदनों में त्रुटि की संभवना न के बराबर है।
इतने आवेदन ऑनलाइन मिलने पर राजस्थान मॉडल स्टेट राजस्थान 97 प्रतिशत
झारखंड 89 प्रतिशत
पंजाब 87 प्रतिशत
असम 84 प्रतिशत
गुजरात 74 प्रतिशत
ओडिशा 77 प्रतिशत टैक्नोलॉजी से इस तरह हुआ काम आसान - कोरोना काल में ऑनलाइन सिस्टम को बढ़ावा
झारखंड 89 प्रतिशत
पंजाब 87 प्रतिशत
असम 84 प्रतिशत
गुजरात 74 प्रतिशत
ओडिशा 77 प्रतिशत टैक्नोलॉजी से इस तरह हुआ काम आसान - कोरोना काल में ऑनलाइन सिस्टम को बढ़ावा
- आवेदन फॉर्म के खोने का डर खत्म - बीएलओ के काम की गति में सौ फीसदी इजाफा - आवेदन फॉर्म का चैक लिस्ट के अनुसार सटीक सत्यापन - गरुड़ ऐप से बीएलओ की पल-पल की लोकेशन की जानकारी