अजमेर

54 साल पहले कच्छ के रण में लिखी गई थी शौर्य गाथा

कच्छ के रण में 54 साल पहले सीआरपीएफ की टूकड़ी ने जो किया वो वह पुलिस इतिहास में लिखा जाएगा।

अजमेरApr 10, 2019 / 12:08 am

manish Singh

54 साल पहले कच्छ के रण में लिखई गई थी शौर्य गाथा

अजमेर. शौर्य दिवस पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ग्रुप केन्द्र प्रथम व द्वितीय में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में शहीदों को याद किया। ग्रुप केन्द्र के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक ने क्वार्टर गार्ड पर सलामी दी गई। वहीं शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित किया।
ग्रुप केन्द्र प्रथम : गोल्फ कोर्स रोड केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ग्रुप केन्द्र प्रथम में पुलिस उप महानिरीक्षक अनिल ढौंडियाल के आतिथ्य में शौर्य दिवस मनाया गया। समारोह में कमांडेंट भरत कुमार वैष्णव, द्वितीय कमान अधिकारी अशोककुमार समेत अन्य अधिकारी व जवानों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। इसके बाद सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया।
सेवा को सम्मान : वीरता पदक विजेता सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक एम.एम. शर्मा, निरीक्षक निर्मलसिंह परिहार, हवलदार अनिल कुमार व पांच कार्मिकों को महानिदेशालय की ओर से आंतरिक सुरक्षा सेवा पदक प्रदान किया। समारोह में आधुनिक युग में बल के लिए चुनौतियां विषय पर निबंध व केन्द्रीय विद्यालय-प्रथम में सैन्य जीवन की झांकी पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया।
ग्रुप केन्द्र द्वितीय : सीआरपीएफ जीसी-दो फॉय सागर रोड स्थित कैम्पस में सुबह 11 बजे शौर्य दिवस समारोह का आयोजन किया गया। पुलिस उप महानिरीक्षक सुमेरसिंह शेखावत ने क्वार्टर गार्ड पर सलामी ली। शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित किया। इसके पश्चात मनोरंजन कक्ष में सैनिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि डीआईजी सुमेरसिंह शेखावत ने गैलेंट्री मैडल धारक जवानों की वीरांगनाओं, भूतपूर्व सैनिक व सेवारत अधिकारी, कर्मचारी को शॉल व साफ पहनाकर सम्मानित किया। समारोह में 4 जवानों को विशिष्ट सेवा के लिए आन्तरिक सुरक्षा पदक प्रदान किए। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसजी) डॉ. रंजीता राठौड़, उपकमांडेंट नरेशसिंह चौधरी, बी.एल. मीणा समेत अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
वीरांगनाओं का किया सम्मान :
अदम्य साहस व वीरता के लिए गैलेन्ट्री मैडल विजेता शहीद नेतराम की पत्नी मुन्नीदेवी, शहीद अमराराम की पत्नी बाजू देवी व शहीद सवाईसिंह के पौत्र राजवीर सिंह को सम्मानित किया। गैलेंट्री पदक विजेता भूतपूर्व हवलदार सुभाष चन्द, मोहम्मद मदिन, उपनिरीक्षक नंदलाल को सम्मानित किया। सेवारत कर्मचारियों में उपनिरीक्षक अजितसिंह टाडा, हवलदार बहादुरसिंह, सिपाही शिवराजसिंह, विकाससिंह राठौड़ को आंतरिक सुरक्षा पदक से पुरस्कृत किया।
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इसलिए मनाते है शौर्य दिवस

शौर्य दिवस 9 अप्रेल 1965 केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के द्वितीय बटालियन की एक टुकड़ी ने पाक सेना की एक ब्रिगेड को भारतीय सीमा चौकियों, सरदार व टॉक पोस्ट, कच्छ के रण में डेजर्ट हॉक नामक ऑपरेशन के दौरान किए आक्रमण को विफल करते हुए शौर्य और बलिदान की अनूठी मिसाल पेश की थी। देश के वीर सपूतों के पराक्रम, त्याग, बलिदान और साहस की स्मृति में हर साल 9 अप्रेल को शौर्य दिवस मनाया जाता है।

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