
आईजी सिंघ ने कहा कि अच्छे काम व आचरण से जिस पहला मेडल उत्तम, जिसे दूसरा मेडल अति उत्तम और जिसको तीसरा मेडल सर्वोत्तम सेवाचिह्न मिला है। उसको उसी तरह आगे भविष्य में श्रेष्ठ कार्य कर अपने जिले, रेंज और प्रदेश में मिसाल बनने का प्रयास करते हुए डीजी Disk और विभागीय पदोन्नतियां लेनी है। उन्होंने जवानों से भविष्य में भी पुलिस के ध्येय वाक्य को याद रखते हुए काम करने की सीख दी। पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने जवानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जिन जवानों को सेवाचिह्न मिले है उन्हें अपने काम में हमेशा श्रेष्ठता बनाए रखनी होगी। जिसका लाभ भविष्य में पुलिस सेवा में विभागीय पदोन्नति में भी मिलेगा। समारोह को टोंक व भीलवाड़ा एसपी ने भी संबोधित किया। समारोह में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सागवान व डा. प्रियंका रघुवंशी, वृत्ताधिकारी मुकेश सोनी, राजेन्द्रसिंह बुरड़क समेत सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे।

परेड की ली सलामी समारोह की शुरूआत राजस्थान पुलिस दिवस समारोह की परेड से की गई। आईजी रूपन्दिर सिंघ ने सेरेमोनियल परेड की सलामी ली। परेड का नेतृत्व प्रशिक्षु आईपीएस सुदीप शंकर ने किया।

रेंज के 604 जवानों को मिला सम्मान समारोह में आईजी रेंज सिंघ ने सबसे पहले 2021 में डीजी disk पाने वाले 14 पुलिस अधिकारी व जवानों को सम्मानित किया। इसके बाद आईजी सिंह, एसपी विकास शर्मा, एसपी भीलवाड़ा आदर्श सिंधू, एसपी टोंक मनीष त्रिपाठी, आईपीएस विकास सांगवना, सुदीप शंकर ने अजमेर रेंज के 68 सर्वोत्तम, 2019 से 2021 के 354 जवानों को अति उत्तम सेवाचिह्न से सम्मानित किया। वहीं अजमेर जिले के 145 जवानों को उत्तम सेवा चिह्न देकर सम्मानित किया।

इन्हें भी मिला सम्मान आईजी सिंघ ने आवाज दो अभियान में सराहनीय भूमिका निभाने वाली अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक व नागौर की महिला पुलिसकर्मियों, अध्यापिका मीना शर्मा व महिला सुरक्षा सखी थाना श्रीनगर में सुनिता यादव को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। जबकि अजमेर जिले के निरीक्षक आजाद कलाम, राजेश कुमार व सिपाही दिलीप सिंह को डीजी disk से सम्मानित किया।