उर्स(810th Urs) को लेकर खादिमों के स्तर पर तमाम तैयारियां शुरू कर दी गई है। कोरोना को लेकर लगाई गई पाबंदियों में उर्स के दौरान छूट मिलेगी या नहीं, यह फिलहाल तय नहीं है। हालांकि दरगाह कमेटी और अंजुमन की ओर से नाइट कफ्र्यू और वीकेंड कफ्र्यू में छूट दिए जाने की मांग की जा चुकी है।
झंडे से होगी औपचारिक शुरुआत ख्वाजा साहब के 810वें उर्स(810th Urs) का झंडा 29 जनवरी को चढ़ाया जाएगा। झंडे की रस्म के लिए भीलवाड़ा से गौरी परिवार अजमेर आता है। इसके साथ ही उर्स की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी। उर्स विधिवत रूप से 2 या 3 फरवरी से शुरू होगा। झंडे की रस्म के साथ ही ख्वाजा साहब की दरगाह में खिदमत का समय भी बदल जाता है।
संदल के लिए मचती है होड़ खादिम सैयद कुतुबुद्दीन सखी ने बताया कि ख्वाजा साहब के उर्स(810th Urs)से पहले चांद की 28 तारीख को दरगाह में साल भर चढ़ाए जाने वाले संदल को उतारे जाने की परम्परा है। इस बार यह संदल 1 फरवरी को उतारा जाएगा। संदल जायरीन में वितरित किया जाता है।
छह दिन खुला रहेगा जन्नती दरवाजा उर्स के दौरान जन्नती दरवाजा छह दिन खुला रहता है। चांद रात यानी 2 फरवरी को दरगाह स्थित जन्नती दरवाजा भी खोल दिया जाएगा। इस दिन चांद दिखा तो उर्स की पहली महफिल होगी अन्यथा जन्नती दरवाजा रात को बंद करके दूसरे दिन फिर से खोला जाएगा जो छह दिन खुला रहेगा।