साल 2018 से सीबीएसई ने ग्रेड के साथ फिर अंक देने की शुरुआत की है। यह इस बार दिए गए हैं। मालूम हो कि सीबीएसई ने विद्यार्थियों ने अंकों को लेकर होने वाला तनाव घटाने के लिए सतत एवं समग्र मूल्यांकन प्रणाली लागू की थी। यह 2009-10 से 2016-17 तक लागू रही थी। इसमें अंकों के बजाय ग्रेडिंग ही दी जाती थी।