झील के चारों और पाथ-वे झील के चारों और 9 किलोमीटर लंबा पाथ-वे का निर्माण कार्य किया जाना है। वर्तमान में 5.5 किलोमीटर पाथ-वे का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष 4.5 किलोमीटर पाथ-वे का कार्य तीन चरणों में पूर्ण करने की कार्य योजना बनाई गई हैं। पहले चरण में शिव मंदिर से सागर विहार 960 मीटर,दूसरे चरण में सागर विहार से रीजनल कॉलेज तक 1200 मीटर एवं तीसरे चरण में पुरानी विश्राम स्थली से रामप्रसाद घाट तक 1800 मीटर लंबा पाथ वे निर्माण किया जाएगा। तीनों चरणों का कार्य पूर्ण होने के बाद शहरवासियों के साथ सैलानियों के लिए 9 किलोमीटर लंबा पाथ-वे मिलेगा।
झील के किनारे बढ़ेगी रौनक
झील के किनारे बढ़ेगी रौनक
आनासागर झील के किनारे किनारे बनाए जार हे पाथ वे सुबह-शाम टहलने वालों की रौनक बढ़ेगी। साथ ही बाहर से आने वाले सैलानियों के लिए भी झील आकर्षण का केंद्र बनेगी। आने वाले दिनों में वॉक-पर आने वाले लोग 9 किलोमीटर लंबा वॉक कर सकेंगे। पाथ-वे के साथ-साथ झील के किनारे लहरों का लुत्फ भी उठाएंगे।
अतिक्रमण पर लगेगी लगाम
अतिक्रमण पर लगेगी लगाम
झील के चारों ओर पाथ-वे निर्माण की वजह से आनासागर झील की सीमा सुरक्षित हो जाएगी। जिसकी वजह से झील के आसपास होने वाले अतिक्रमणों encroachmentपर भी लगाम लगेगी। पाथ-वे निर्माण से झील का सौंदर्य भी बढ़ेगा और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा।