राजस्थान के अलवर जिले में अजमीढ़ महाराज जयंती पर निकली शोभायात्रा …
पारितोषिक वितरण समारोह जनकपुरी में पारितोषिक वितरण समारोह (Reward ceremony) हुआ। मुख्य अतिथि अध्यक्ष भंवरलाल मायछ थे। विशिष्ट अतिथि डॉ. सिद्धार्थ वर्मा, दुलीचन्द मौसूण, युवा अध्यक्ष अखिल भारतीय मैढ़ समाज गोविन्द आदि मौजूद थे। महाराजा अजमीढ़ के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। सचिव राजेन्द्र सखवाया ने स्वागत किया। मुख्य अतिथि(chief guest) मायछ ने समाज के लोगों को पारंपरिक कला क्षेत्र को बनाए रखते हुए प्रतिस्पद्र्धा की दौड़ में बने रहने की बात कही। इस दौरान खेलकूद, शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और वृद्धजन का सम्मान किया गया।
अजमेर. कथावाचक दिव्य मोरारी बापू (Divya Morari Bapu)ने कहा कि मनुष्य को कभी धन का लालच नहीं करना चाहिए, बल्कि सदैव सहनशील रहना चाहिए। वे रविवार को प्रतापनगर लोहाखान में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के दौरान प्रवचन कर रहे थे।
मंदिरों में लगी रही महिलाओं की कतारें…….
उन्होंने कहा कि धन कम, मन मध्यम तथा कर्म विशाल होना चाहिए। हमेशा अपने वरिष्ठजनों का सम्मान करना चाहिए तथा मनुष्य जीवन में बढ़-चढकऱ परोपकार के कार्य करने चाहिए। इसके अलावा हमेशा धर्म का पालन करना चाहिए।भागवत के श्रवण मात्र से ही मोक्ष की प्राप्ति संभव है। उन्होंने कहा कि सर्वाधिक ऋषि क्षत्रिय कुल से ही बने हैं। इस दौरान उन्होंने शिव सती विवाह (shiv satee vivaah)का वर्णन किया। उन्होंने भजन आदि भी सुनाए, जिन पर श्रद्धालु महिलाओं ने नृत्य (dance) किया। सोमवार को कृष्ण जन्म की कथा (Legend of krishna birth) सुनाई जाएगी।