पीडि़त मनीष कुमार व अरुण कुमार सांखला ने बताया कि वह लम्बे समय से सोसायटी में पैसे जमा करा रहा था। उन्होंने छोटी-छोटी रकम के रुप में पैसे जमा कराए थे। संचालक नरेन्द्र ने मई में पैसे देने का वादा किया था। लेकिन अब वह भूमिगत हो गया है।
ज्यादा ब्याज का लालच
ज्यादा ब्याज का लालच
नरेन्द्र ज्यादा ब्याज देने का भरोसा देता था। उसने सोसायटी की अवधि पूरी होने पर कई लोगों से पासबुक ले ली। लेकिन रकम नहीं लौटाई। उसने पैसे की कमी का बहाना देकर कुछ लोगों से करीब 22 लाख रुपए भी ले लिए थे।
बढ़ सकती है शिकायते
बढ़ सकती है शिकायते
लोगों के अनुसार नरेन्द्र लम्बे समय से यह काम कर रहा था। उसका महीने का लाखों रुपए का रोटेशन था। उससे सैकड़ों लोग जुड़े हुए थे और बचत के रूप में अपनी रकम जमा कराते थे। कुछ लोग 6 साल से तो कुछ तीन साल से लगातार सोसायटी भर रहे है।
पहले भी हो चुकी है घटनाएं
उल्लेखनीय है कि अलवर गेट थाना क्षेत्र में ही एक बीसी संचालक प्रमोद गुप्ता की ओर से लोगों के करोड़ों रुपए का गबन का मामला सामने आया था।
उल्लेखनीय है कि अलवर गेट थाना क्षेत्र में ही एक बीसी संचालक प्रमोद गुप्ता की ओर से लोगों के करोड़ों रुपए का गबन का मामला सामने आया था।