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चट्टान के नीचे से आई आवाज, ‘मैं दबा हूं मुझे बचाओ’

locationअजमेरPublished: May 25, 2019 12:25:07 am

Submitted by:

manish Singh

जिले के मुण्डोती टाण्डियान व देवरिया गांव के बीच लीजशुदा खदान ढहने से पोकलेन ऑपरेटर समेत श्रमिक दब गया।

A voice from the rock's below, "I'm pressed under the rock save me"

चट्टान के नीचे से आई आवाज, “मैं दबा हूं मुझे बचाओ”

खदान में दबे एक श्रमिक (पोकलेन ऑपरेटर) को सुरक्षित निकाला बाहर, सुबह 11 बजे ढही खदान, 13 घंटे तक नहीं मिली सफलता

बोराड़ा (अजमेर). जिले के मुण्डोती टाण्डियान व देवरिया गांव के बीच लीजशुदा खदान ढहने से पोकलेन ऑपरेटर समेत श्रमिक दब गया। खदान में दबे पोकलेन ऑपरेटर को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाल लिया जबकि श्रमिक को निकालने के लिए देर रात तक जिला प्रशासन की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान चट्टान के नीचे से आई आवाज पर राहत एवं बचाव में जुटे लोगों मे हड़कम्प मच गया।
जानकारी अनुसार मुण्डोती गांव में लीजशुदा खदान में शुक्रवार को सुबह करीब 11 बजे कार्य करने के दौरान अचानक खदान ढह गई। इसमें पोकलेन मशीन समेत ऑपरेटर गुलगांव (लाम्बा हरिसिंह) निवासी हनुमान और श्रमिक अडूस्या निवासी जीतराम गुर्जर खदान में चट्टान के नीचे दब गए। घटना की जानकारी मिलने पर बोराड़ा थानाधिकारी शंकरलाल मीणा मौके पर पहुंचे। उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्नालाल, विधायक सुरेश टांक सहित अन्य भी मौके पर पहुंच गए। प्रशासन के पहुंचने से पहले ग्रामीणों ने अपने स्तर पर खदान में दबे पोकलेन ऑपरेटर हनुमान को बाहर निकाल अस्पताल पहुंचाया। दूसरी ओर खदान में दबे श्रमिक जीतराम गुर्जर को निकालने के लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रयास शुरू हुए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेन्स की टीम ने मुण्डोती पहुंच कर राहत व बचाव कार्य शुरू किया। हालांकि देर रात तक एनडीआरएफ की टीम को भी सफलता नहीं मिली।
निजी मशीनों की भी मदद

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान दोपहर तक संसाधनों की कमी के चलते विधायक सुरेश टांक ने अपने स्तर पर निजी मशीनों से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करवाया। देर रात तक विधायक टांक सहित आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे। वहीं अरांई, बोराडा, सराणा, बान्दरसिन्दरी और सरवाड़ थानाधिकारी समेत पुलिस का जाप्ता घटनास्थल पर पहुंचा।
देर रात मंगवाई मशीनें
कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि खदान में 3 बड़ी चट्टान के नीचे मशीन दबी हुई है। इन चट्टानों को कम्प्रेशर की मदद से तोडऩे का काम चल रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन मलबे में दबे श्रमिक को बाहर निकाल लिया जाएगा।
वर्ष 2007 में जारी हुई है लीज

खनि अभियंता कमलेश्वर बारेगामा के अनुसार संबंधित खदान बालाजी मिनरल्स नाम से संचालित है। खनि विभाग में खदान की लीज के लिए वर्ष 2006 में आवेदन किया गया और 2007 में लीज जारी हुई थी। फेल्सपार पत्थर की खदान है।
खनिज विभाग के अभियंता भी जुटे

खनि अभियंता बारेगामा सहित अन्य अधिकारी एवं कार्मिक भी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौके पर मौजूद रहे।

रात्रि 11.30 बजे मशीनों से हटाई बड़ी चट्टान/पत्थर रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रात्रि करीब 11.30 बजे मशीन एवं कम्प्रेशर के पहुंचने पर एक बड़ी चट्टान/पत्थर को हटा लिया गया। इसके नीचे मिट्टी में श्रमिक के दबे होने की संभावना जताई गई।
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