उधर, ब्यावर नगर परिषद (beawar nagar parishad) के कुल 60 वार्डों में भाजपा ने 29 वार्ड जीतकर बोर्ड बनाने की मजबूत दावेदारी पेश की है, लेकिन कांग्रेस ने भाजपा के मंसूबों पर पानी फेरने की रणनीति (planing) बनाई है। वैसे कांग्रेस केवल 16 ही वार्ड जीती है। इसके बाद भी पार्टी नेता किसी निर्दलीय को चेयरमैन का प्रत्याशी बनाकर भाजपा (bjp) का खेल बिगाड़ सकती है। कांग्रेस के इन प्रयासों से चौकन्ने भाजपा नेताओं ने अपने सभी 29 व छह निर्दलीय पार्षदों की बाड़ाबंदी कर उन्हें किसी अज्ञातवाश भेज दिया है।
भाजपा नेताओं (bjp leadar) ने संभाली कमान
ब्यावर नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड बनाने के लिए भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने फीडबैक लिया है। वहीं विधायक (m.l.a) शंकर सिंह रावत व पूर्व विधायक देवीशंकर भूतड़ा,मंडल अध्यक्ष जयकिशन बल्दुआ, दिनेश कटारिया, देहात उपाध्यक्ष पवन जैन सहित अन्य नेता भाजपा बोर्ड (bjp board) बनाने के लिए सक्रिय हैं।
भाजपा खेमे से नरेश कनोजिया, रवि चौहान व ममता छत्रावत सभापति पद की दौड़ में शामिल है। वैसे कांग्रेस भी बोर्ड बनाने के प्रयासों में हैं,लेकिन सफलता मिलती नहीं दिख रही। कांग्रेस के प्रभारी मसूदा विधायक राकेश पारीक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव पारसमल जैन पंच, दिनेश शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष सोहन मेवाड़ा सहित अन्य रणनीति बनाने में जुटे हैं। सभापति पद के लिए कांग्रेस में घनश्याम फुलवारी, राजेन्द्र तुनगारिया, करूणा जावा, दिनेश बैरवा के नाम शामिल हैं।
नगर निकाय चुनाव की मतगणना(counting) के दौरान भाजपा ने शुरुआती बढ़त बना ली थी जो अंत तक जारी (regular) रही। कांग्रेस काफी पिछड़ी रही जो वोटों की गिनती खत्म होने के बाद तक नहीं उभर पाई। मतगणना के दौरान सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहे। तीन चरणों में हुई मतगणना के दौरान प्रत्याशियों व समर्थकों की सांसंें थमी रही। पहले चरण में बीस वार्ड के परिणाम आए। इसमें भाजपा को 14 सीटें मिली, जबकि कांग्रेस व निर्दलीय 3-3 वार्डों में जीते। इसके बाद दूसरे चरण में भाजपा को आठ, कांग्रेस को सात व निर्दलीय को 5 सीटें मिली। अन्तिम चरण में भाजपा ने सात, कांग्रेस ने छह, निर्दलीय ने सात वार्ड जीते। एेसे में कुल 60 सीटों में से भाजपा को 29, कांग्रेस को 16 व निर्दलीय को पन्द्रह सीटें मिली। बोर्ड बनाने के लिए 31 पार्षद चाहिए लेकिन भाजपा ने 29 वार्ड ही जीते हैं। पार्टी नेता स्वतंत्र पार्षदों के सहयोग से बार्ड (board) बनाने की स्थिति में हैं।