थानाप्रभारी डॉ. रवीश कुमार सामरिया ने बताया कि एसीबी अजमेर स्पेशल चौकी के सिपाही भागचन्द ने शिकायत दी कि उसके फेसबुक अकाउंट हैक करके ठग ने उसके परिचितों से आर्थिक मदद मांग ली। मैसेज देखते ही उसके दो परिचितों ने दस-दस हजार रुपए फेसबुक पर दिए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। जब उसकी उनसे बात हुई तो वारदात का पता चला। ठग दो जन से दस-दस ह जार रुपए की ठगी की वारदात अंजाम दी।
मुकदमा दर्ज
डॉ. सामरिया ने बताया कि हैकर ने भागचन्द के परिचितों से तुरन्त रकम ट्रांसफर करने की बात कही। कुछ परिचित ने तो भागचन्द से बात कर ली लेकिन दो परिचित ने बिना जानकारी जुटाए फेसबुक पर दिए गए बैंक खाते में रकम डलवा दी। जब दूसरे लोगों का भागचन्द के पास कॉल आने लगे तो उसको फेसबुक अकाउंट हैक किए जाने का सच्चाई का पता चल सका। उसने तुरन्त मामले में सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।
डॉ. सामरिया ने बताया कि हैकर ने भागचन्द के परिचितों से तुरन्त रकम ट्रांसफर करने की बात कही। कुछ परिचित ने तो भागचन्द से बात कर ली लेकिन दो परिचित ने बिना जानकारी जुटाए फेसबुक पर दिए गए बैंक खाते में रकम डलवा दी। जब दूसरे लोगों का भागचन्द के पास कॉल आने लगे तो उसको फेसबुक अकाउंट हैक किए जाने का सच्चाई का पता चल सका। उसने तुरन्त मामले में सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।
लगातार बढ़ रही है वारदातें सोशल मीडिया पर एफबी व अन्य माध्यम के अकाउंट हैक करके शातिर ठग उनके परिचितों को तकलीफ का हवाला देकर ऑन लाइन रकम खाते में ट्रांसफर करवा लेते हैं। इससे पूर्व भी जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में तैनात मेडिकल ऑफिसर भी एफबी अकाउंट हैक कर परिचितों से डिमांड कर चुका है। गनीमत रही कि समय रहते चिकित्सक से परिचतों ने सम्पर्क साध लिया और बड़ी वारदात पेश आने से बच गई।