scriptACB TRAP: नहीं खुले दलाल के बैंक एकाउन्ट और लॉकर | ACB TRAP: advocate Accounts and Bank locker not open | Patrika News

ACB TRAP: नहीं खुले दलाल के बैंक एकाउन्ट और लॉकर

locationअजमेरPublished: Apr 13, 2021 08:37:57 am

Submitted by:

raktim tiwari

एसीबी ने परिजनों-रिश्तेदारों को सूचना भी दी। लेकिन कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला। एसीबी को खातों में राशि और लॉकर में जेवरात-कागजात होने की संभावना है।

revenue board bribe case

revenue board bribe case

अजमेर.

जमीन संबंधित विवादों में फैसले के बदले घूस लेने वाले राजस्व मंडल के दो सदस्यों सहित दलाल (वकील) के खिलाफ एसीबी जांच जारी है। एसीबी ने दलाल (वकील) के पांचों बैंक खाते और लॉकर नहीं खोले। संभवत: एसीबी दलाल के परिजनों-रिश्तेदारों की मौजूदगी में लॉकर खोलेगी। अलबत्ता संबंधित बैंक को खाते ऑपरेट नहीं करने की सूचना जरूर जारी की गई है।
राजस्व मंडल के निलंबित सदस्य सुनील शर्मा और बी.एल.मेहरडा सहित दलाल शशिकांत जोशी के खिलाफ राजस्व मामलों से जुड़े फैसलों और राजस्व बैंच बनाने को लेकर फिक्सिंग की शिकायत मिली थी। एसीबी तीनों को गिरफ्तार कर चुकी है। तीनों को अदालत ने 2 दिन के रिमांड पर सौंपा है।
करते रहे परिजनों-रिश्तेदारों का इंतजार
सोमवार को अनुसंधान अधिकारी एसी समीर कुमार सिंह, उप अधीक्षक पारसमल और अन्य को दलाल जोशी के पांचों बैंक खाते और एक्सिस बैंक स्थित लॉकर की जांच करनी थी। एसीबी ने परिजनों-रिश्तेदारों को सूचना भी दी। लेकिन कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला। एसीबी को खातों में राशि और लॉकर में जेवरात-कागजात होने की संभावना है। हालांकि दलाल के आवास स्थित चैम्बर पहले ही सीज किया जा चुका है। एसीबी एसपी समीर कुमार सिंह ने बताया कि दलाल खाते और लॉकर की जांच बकाया है। फिलहाल इन्हें नहीं खोला गया है।
जांच में जुटी पुलिस
दलाल जोशी के घर 10 हजार 500 रुपए पुराने करेंसी नोट मिले थे। एसीबी ने यह नोट क्रिश्चयनगंज थाना पुलिस को सुपुर्द कर तहरीर दी है। इमें 2-2 हजार के दो नोट तथा 500-550 रुपए के 17 नोट शामिल हैं। नियमानुसार कोई भी व्यक्ति 10 नोट से भी अधिक करेंसी अपने कब्जे में नहीं रख सकता है। पुलिस पुरानी करेंसी नोट को लेकर जांच में जुटी है। नोट दलाल के पास कब और कैसे पहुंचे इसे अनुसंधान में शामिल किया जाएगा।
लेपटॉप उगलेगा राज
टीम को जोशी के घर दो लेपटॉप भी मिले। इन्हें भी एसीबी ने अपने कब्जे में लिया है। लेपटॉप से लेन-देन का हिसाब, मंडल के लिखित फैसले और अन्य डाटा मिलने की उम्मीद है। जोशी को अजमेर लाए जाने पर एसीबी उससे पासवर्ड लेकर लेपटॉप खोलेगी। मालूम हो कि दलाल जोशी राजस्व मंडल में अहम फैसलों कराने में प्रमुख भागीदार था। वह सदस्यों द्वारा सुनाए जाने वाले फैसलों को पहले ही टाइप कर लेता था।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो