गरीब नवाज की दरगाह के गेट नंबर 5 (छतरी गेट) को चौड़ा करने का काम जारी है। रविवार को भी कामकाज चल रहा था। इसी दौरान लकड़ी की बल्ली हिलने से गेट का मलबा नीचे खड़े श्रमिकों पर गिर पड़ा। भारी-भरकम ईंट-पत्थर का मलबा गिरने से श्रमिक अचेत हो गए। दरगाह कमेटी के कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने एम्बुलैंस से श्रमिकों को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया। श्रमिकों को सिर-हाथ पर चोटें पहुंची।
किए जा रहे हैं गेट चौड़े
ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स, मिनी उर्स सहित महाना छठी पर जायरीन की आवक ज्यादा होती है। इन दोनों गेट की चौड़ाई कम होने से जायरीन को आवाजाही में परेशानी होती है। यूं तो गेट पिछले साल फरवरी में सालाना उर्स से पहले चौड़े कराए जाने थे। लेकिन लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते कामकाज शुरू नहीं हो पाया था। लिहाजा कमेटी अब गेट चौड़े कराने का कार्य करा रही है। भारतीय पुरातत्व विभाग के तकनीकी विशेषज्ञ और दक्ष कारीगर इसे अंजाम दे रहे हैं।
ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स, मिनी उर्स सहित महाना छठी पर जायरीन की आवक ज्यादा होती है। इन दोनों गेट की चौड़ाई कम होने से जायरीन को आवाजाही में परेशानी होती है। यूं तो गेट पिछले साल फरवरी में सालाना उर्स से पहले चौड़े कराए जाने थे। लेकिन लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते कामकाज शुरू नहीं हो पाया था। लिहाजा कमेटी अब गेट चौड़े कराने का कार्य करा रही है। भारतीय पुरातत्व विभाग के तकनीकी विशेषज्ञ और दक्ष कारीगर इसे अंजाम दे रहे हैं।