वन विभाग को वैशाली नगर स्थित चिकन सेंटर पर बटेर खरगोश सहित अन्य जानवर बेचने की शिकायतें मिल रही थी। इस पर टीम ने मौके पर दबिश दी। सेंटर से 35 बटेर और तीन खरगोश बरामद किए गए।
कहां से आई सप्लाई…
टीम ने संचालक नंदकिशोर से पूछताछ की। इसमें बटेर और खरगोश की खरीद-फरोख्त की जानकारी ली गई। टीम वन्य जीवों की सप्लाई का नेटवर्क खंगालने में जुटी है। फॉरेस्ट अधिकारी मालीराम ने बताया कि वन्य जीव अधिनियम के तहत बटेर और खरगोश को बेचना और खरीदना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद भी इनका क्रय-विक्रय किया जा रहा था।
टीम ने संचालक नंदकिशोर से पूछताछ की। इसमें बटेर और खरगोश की खरीद-फरोख्त की जानकारी ली गई। टीम वन्य जीवों की सप्लाई का नेटवर्क खंगालने में जुटी है। फॉरेस्ट अधिकारी मालीराम ने बताया कि वन्य जीव अधिनियम के तहत बटेर और खरगोश को बेचना और खरीदना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद भी इनका क्रय-विक्रय किया जा रहा था।
चिकित्सकों-विशेषज्ञों से लेंगे सलाह
उप वन मंडल संरक्षक सुनील ने बताया कि टीम ने बटेर और खरगोश पकड़े हैं। इनके हाईब्रिड अथवा अन्य प्रजाति को लेकर चिकित्सकों और विशेषज्ञों से परामर्श लिया जाएगा। इसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
उप वन मंडल संरक्षक सुनील ने बताया कि टीम ने बटेर और खरगोश पकड़े हैं। इनके हाईब्रिड अथवा अन्य प्रजाति को लेकर चिकित्सकों और विशेषज्ञों से परामर्श लिया जाएगा। इसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
लोग पालते हैं कछुए और अन्य जीव
कई लोग घरों में कछुए, तीतर-बटेर और अन्य जीव-जंतु पालते हैं। वन्य जीव अधिनियम के तहत ऐसा नहीं किया जा सकता। वन विभाग ने कई बार कछुए पकड़े हैं।
कई लोग घरों में कछुए, तीतर-बटेर और अन्य जीव-जंतु पालते हैं। वन्य जीव अधिनियम के तहत ऐसा नहीं किया जा सकता। वन विभाग ने कई बार कछुए पकड़े हैं।