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आवासीय कॉलोनी के लिए एडीए ने जेलर से मांगी एनओसी

locationअजमेरPublished: Jan 28, 2020 09:48:33 pm

Submitted by:

bhupendra singh

जेल के पीछे 150 बीघा में प्रस्तावित है कॉलोनी

आवासीय कॉलोनी के लिए एडीए ने जेलर से मांगी एनओसी

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अजमेर.अजमेर विकास प्राधिकरण ADA ने उच्च कारागृह के पीछे स्थित अपनी 150 बीघा भूमि पर आवासीय कॉलोनी residential colony विकसित करने के लिए कवायद तेज कर दी है। आवासीय कॉलोनी के सर्वे के बाद प्राधिकरण ने ग्राम कांकरदा भूूणाबाय स्थिति उच्च कारागृह के स्टाफ क्वार्टर की भूमि से प्राधिकरण की आवासीय योजना के लिए पहुंच मार्ग के लिए एनओसी NOC की मांग की है। प्राधिकरण ने रास्ते के रूप में काम आने वाली भूमि एवं क्वार्टर के बदले समतुल्यता के रूप में स्टाफ क्वार्टर के लिए जेल के पास प्रस्तावित योजना में भूमि आवंटित कर तोड़ गए निर्माण के अनुपात में क्वार्टर निर्माण कर दिए जाएंगे। इस बाबत सहमति प्रदान की जाए। गौरतलब है कि ग्राम कांकरदा भूणाबाय में केन्द्रीय कारागार के पीछे अजमेर विकास प्राधिकरण की द्वारा एक आवासीय कॉलोनी बनाया जाना प्रस्तावित है। केन्द्रीय जेल के पीछे प्राधिकरण की 150 बीघा भूमि स्थित है। इस भूमि में जाने के लिए अजमेर जयपुर मुख्य सड़क से कोई रास्ता नहीं है। रास्ता नहीं होने के कारण उक्त भूमि पर योजना लाने में परेशानी आ रही है।
एडीए के नाम दर्ज है भूमि

राजस्व ग्राम कांकरदा भूणाबाय के खसरा नम्बर 1798/963 क्षेत्रफल 1.00 हेक्टेयर में उच्च सुरक्षा कारागृह के स्टाफ क्वार्टर बने हुए है। राजस्व रिकॉर्ड मे यह खसरा नम्बर अजमेर विकास प्राधिकरण के नाम दर्ज है। केन्द्रीय कारागार की भूमि भी अजमेर विकास प्राधिकरण के नाम दर्ज है। जिसका खसरा नम्बर 1775,1776,1777,1779,1781,1782,1799/3756,1801 राजस्व ग्राम घूघरा है। इस योजना के पहुंच मार्ग हेतु कारागृह के स्टाफ क्वार्टर बने हुए हैं जो उच्च क्षमता विद्युत लाइन की पूर्व दिशा में क्वार्टर भूमि जिस पर एक पंक्ति में 4 क्वार्टर बने हुए हैं जो काफी पुराने हैं। उक्त क्वार्टरों की भूमि नाप में 1416 वर्ग मीटर है। उक्त भूमि की अजमेर विकास प्राधिकरण को आवश्यकता है।
आरआरटीआई का निरीक्षण

प्राधिकरण अधिकारियों ने प्रस्तावित योजना के पहुंच मार्ग के लिए आरआरटीआई का भी निरीक्षण किया है। यहां केवल एक दीवार का कुछ हिस्सा हटाते ही प्रस्तावित योजना भूमि पर पहुंच मार्ग उपलब्ध हो जाएगा। इसे वैकल्पिक रास्ते के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
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